
कोलकाता, 30 मार्च । पश्चिम बंगाल के मालदा जिले के मोथाबाड़ी इलाके में हिंसा के बाद कांग्रेस सांसद ईशा खान चौधरी ने पुलिस के साथ अर्द्धसैनिक बलों की तत्काल तैनाती की मांग की है। इस मामले में अब तक 50 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है।
चौधरी ने मालदा के पुलिस अधीक्षक प्रदीप कुमार यादव को पत्र लिखकर कहा, “मैं शांति और सद्भाव बनाए रखने के लिए पुलिस और अर्द्धसैनिक बलों की तैनाती, फुट पेट्रोलिंग और रूट मार्च की तत्काल आवश्यकता का अनुरोध करता हूं।”
मालदा दक्षिण लोकसभा क्षेत्र के सांसद चौधरी ने सुझाव दिया कि सुरक्षा बलों की पेट्रोलिंग और मार्चिंग का रूट इंग्लिशबाजार-बाधापुकुर से मोथाबाड़ी और सुतानी से मधुघाट तक रखा जाए। उन्होंने प्रशासन से जल्द से जल्द कड़े कदम उठाकर इलाके में शांति बहाल करने की अपील की।
फिलहाल, राज्य सशस्त्र पुलिस (एसएपी) और रैपिड एक्शन फोर्स (आरएएफ) के जवान संवेदनशील इलाकों में गश्त कर रहे हैं। अधिकारियों के अनुसार, गुरुवार को एक धार्मिक जुलूस के दौरान मोथाबाड़ी में हिंसा भड़क गई थी, जिसमें आगजनी, तोड़फोड़ और हमले हुए।
पुलिस सूत्रों ने बताया कि चार कंपनियां राज्य सशस्त्र पुलिस और बड़ी संख्या में आरएएफ जवानों को तैनात किया गया है। इसके अलावा, एक और एसएपी कंपनी प्रभावित इलाके में भेजी गई है।
स्थिति को नियंत्रण में रखने के लिए शुक्रवार से मोथाबाड़ी और आसपास के इलाकों में इंटरनेट सेवाएं निलंबित कर दी गई हैं। हालांकि, राम नवमी और ईद के कारण इलाके में निषेधाज्ञा लागू नहीं की गई है।
इस बीच, कलकत्ता हाई कोर्ट ने मालदा के जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक को हिंसा को लेकर उठाए गए कदमों की रिपोर्ट तीन अप्रैल तक पेश करने का निर्देश दिया है।