नई दिल्ली, 02 सितंबर । कांग्रेस ने भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) की प्रमुख माधबी पुरी बुच पर आराेप लगाया है कि बुच सेबी की सदस्य व प्रमुख रहते हुए एक साथ तीन जगहों से सेलरी ले रही थीं। सेबी के साथ-साथ आईसीआईसी बैंक और आईसीआईसीआई प्रुडेंसियल से सेलरी ली थी।

साेमवार काे कांग्रेस मुख्यालय में पत्रकार वार्ता में कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने सेबी प्रमुख पर आफिस आफ प्रॅाफिट के तहत यह आराेप लगाया।

खेड़ा ने कहा कि सेबी प्रमुख माधबी बुच 2017 से 2021 तक सेबी की पूर्णकालिक सदस्य रहीं। वह साल 2022 में चेयरपर्सन बनीं। इस दाैरान उन्हाेंने सेबी के साथ-साथ आईसीआईसीआई बैंक व आईसीआईसीआई प्रुडेंसियल से 16.80 करोड़ रुपये की सेलरी भी ली। उन्हाेंने सेबी की ईमानदारी पर सवाल उठाते हुए कहा कि जबकि बाजार नियामक को निष्पक्षता और स्वतंत्रता बनाए रखनी चाहिए। आराेप लगाया कि आईसीआईसी बैंक लिए सेबी

ने अपनी गाइड लाइन तक बदल दी। उन्हाेंने यह भी कहा है कि आईसीआईसी बैंक में देश के लाेगाें का पैसा जमा है, इसलिए देश के हर व्यक्ति काे जानने का अधिकार है कि आईसीआईसी बैंक ने किस आधार पर सेबी की प्रमुख माधबी पुरी बुच काे सेलरी दी।

पवन खेड़ा ने कहा कि जब सेबी प्रमुख को आईसीआईसीआई बैंक जैसी निजी संस्था से सेलरी मिल रही है, ऐसे में सेबी की निष्पक्षता पर सवाल उठना लाजिमी है। उन्हाेंने केंद्र सरकार से पूछा है कि इस बात की जानकारी केंद्र सरकार काे है कि नहीं। अगर ऐसी जानकारी केंद्र के पास नहीं है ताे क्याें नहीं है। इस मामले की जांच की होनी चाहिए।