गुवाहाटी, 16 जुलाई । असम प्रदेश कांग्रेस कमेटी (एपीसीसी) के अध्यक्ष गौरव गोगोई ने राज्य के मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत बिस्व शर्मा पर तीखा हमला करते हुए उन पर बाहर के उद्योगपतियों को ज़मीन सौंपने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री अब एक जनसेवक नहीं, बल्कि “रियल एस्टेट ब्रोकर” के रूप में कार्य कर रहे हैं।

गौरव गोगोई ने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार की नीतियों के कारण राज्य में भय और अत्याचार का माहौल बना हुआ है। उन्होंने कहा कि यह सरकार खासतौर पर आदिवासी और अल्पसंख्यक समुदायों को निशाना बनाकर उन्हें उनकी जमीन से बेदखल कर रही है।

गोगोई ने दावा किया कि असम सरकार ने करीब 17,000 एकड़ ज़मीन बाहरी उद्योगपतियों को सौंप दी है और यह सब स्थानीय लोगों की सहमति के बिना किया गया। उन्होंने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री और उनके सहयोगी गरीबों और हाशिये पर खड़े लोगों की जमीन छीन रहे हैं। यह सरकार अब जनप्रशासन नहीं, बल्कि एक रियल एस्टेट सिंडिकेट बन चुकी है।

गोगोई ने दोहराया कि कांग्रेस पार्टी असम के लोगों के आत्मसम्मान, गरिमा और भूमि अधिकारों की रक्षा के लिए संघर्ष करती रहेगी। भाजपा सरकार की अमानवीय नीतियों के खिलाफ कांग्रेस मजबूती से खड़ी रहेगी।