कोलकाता, 29 जून । कस्बा कांड को लेकर तृणमूल कांग्रेस के दो सांसद –कल्याण बनर्जी और महुआ मोइत्रा टकराव सामने आया है। महिला विरोधी (मिसोजिनी) मंतव्य को लेकर। रविवार सुबह पार्टी के वरिष्ठ सांसद कल्याण बनर्जी ने इस मामले में बेहद तीखा बयान दिया है।

कासबा कांड पर प्रतिक्रिया देते हुए कल्याण बनर्जी ने कहा है कि अगर सहपाठी ही सहपाठिनी का बलात्कार करे, तो सुरक्षा कौन देगा?

कल्याण बनर्जी के इस बयान पर उत्तर 24 परगना जिला अंतर्गत कमरहाटी के तृणमूल विधायक मदन मित्रा ने भी विवादास्पद टिप्पणी की। पार्टी की सांसद महुआ मोइत्रा ने बयानों को “घृणित” करार दिया है। उन्होंने किसी सांसद या विधायक का नाम लिए बिना सोशल मीडिया पर महिला विरोधी मानसिकता को लेकर एक पोस्ट डाली। उन्होंने लिखा, “इस मामले में तृणमूल भारत की अन्य पार्टियों की महिला विरोधी सोच से परे है। हम ऐसे घृणास्पद बयानों का विरोध करते हैं, चाहे वे कोई भी बयान दें।”

इसके जवाब में सांसद कल्याण बनर्जी ने कहा कि मैं महिला विरोधी हूं? मैं सभी महिलाओं का सम्मान करता हूं। लेकिन महुआ मोइत्रा से मुझे नफरत है जो व्यक्ति संसद की एथिक्स कमिटी द्वारा निष्कासित हुआ हो, उससे मुझे घृणा है।”

इतना ही नहीं, श्रीरामपुर के सांसद ने महुआ मोइत्रा के निजी जीवन पर भी कटाक्ष किया। यहां तक कहा कि कालिगंज उपचुनाव के समय महुआ की ‘साजिश’ के कारण ही वे वहां प्रचार करने नहीं जा सके।

हालांकि, खबर लिखे जाने तक महुआ मोइत्रा की ओर से इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है।