बोकारो हवाई अड्डा

बोकारो, , 9 नवंबर।  बोकारो हवाई अड्डे से उड़ान सेवा शुरू नहीं होने के विरोध में नागरिकों का धैर्य अब जवाब देने लगा है। नागरिक अधिकार मंच के बैनर तले बड़ी संख्या में लोगों ने बोकारो एयरपोर्ट के मुख्य द्वार के समक्ष प्रदर्शन कर जल्द उड़ान सेवा शुरू करने की मांग की। इस दौरान प्रदर्शनकारी ट्रॉली बैग और तख्तियां लेकर नारेबाजी करते नजर आए।

मंच के अध्यक्ष शशिभूषण ओझा ‘मुकुल’ ने कहा कि पिछले पांच वर्षों से बोकारो के लोगों को केवल आश्वासन देकर ठगा जा रहा है। राजनीतिक प्रतिद्वंद्विता और विभागीय खींचतान के कारण उड़ान सेवा बार-बार टलती जा रही है। उन्होंने कहा कि 100 करोड़ रुपये खर्च कर बना हवाई अड्डा आज भी निष्क्रिय पड़ा है, जबकि केंद्र सरकार, राज्य सरकार, बोकारो स्टील लिमिटेड और एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया के बीच समन्वय की कमी इसका मुख्य कारण है।

ओझा ने आरोप लगाया कि जब भी लोग आंदोलन की चेतावनी देते हैं, प्रशासन केवल दिखावे के लिए कुछ झोपड़ियां हटाकर “आईवॉश” करता है, जबकि बाकी ढांचे जस के तस छोड़ दिए जाते हैं। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि जल्द उड़ान सेवा शुरू नहीं की गई, तो नागरिक अधिकार मंच व्यापक आंदोलन करेगा।

आंदोलन में शामिल राहगीर विजय कुमार ने कहा कि बोकारो में हवाई सेवा शुरू होने से लोगों को सीधा लाभ मिलेगा। “आज हम रांची या कोलकाता से विमान पकड़ने को मजबूर हैं। बोकारो से उड़ान शुरू होने पर यात्रा सुविधाजनक और समय की बचत वाली होगी,” उन्होंने कहा।