
काठमांडू, 31 मई। नेपाल की विदेश मंत्री डॉ. आरजू राणा और चीन के विदेश मंत्री वांग यी के बीच हांगकांग में द्विपक्षीय वार्ता के दौरान बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव (बीआरआई) के समझौते का अक्षरशः पालन करने पर जोर दिया गया है। चीन के विदेश मंत्री ने कहा कि उन्हें पूरा विश्वास है कि नेपाल किसी भी तीसरे देश के दबाव में आकर इस समझौते से पीछे नहीं हटेगा।
वार्ता के दौरान चीन के विदेश मंत्री वांग यी ने नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली की पिछले वर्ष दिसंबर में हुई चीन यात्रा के दौरान हुए बीआरआई के कार्यान्वयन समझौते का अक्षरशः पालन किए जाने पर जोर दिया। नेपाल की विदेश मंत्री डॉ. राणा ने भी चीनी विदेश मंत्री को समझौते के पूर्ण कार्यान्वयन का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि बीजिंग यात्रा के दौरान जिन परियोजनाओं को लेकर दोनों देशों के बीच समझौता हो चुका है, उसको अवश्य ही पूरा किया जाएगा। डॉ. राणा के मुताबिक चीन के विदेश मंत्री का जोर झापा जिले में प्रस्तावित नेपाल चाइना फ्रेंडशिप इकोनॉमिक पार्क को लेकर भी है।
इसके अलावा नेपाल-चीन संबंधों, आपसी हितों, साझा चिंताओं और इस वर्ष दोनों देशों द्वारा मनाए जा रहे राजनयिक संबंधों की 70वीं वर्षगांठ पर चर्चा केंद्रित थी। डॉ. राणा ने सामाजिक-आर्थिक विकास में चीन के लंबे समय से चले आ रहे समर्थन के लिए चीन की सराहना की और विदेश मंत्री वांग के माध्यम से चीनी सरकार और लोगों को धन्यवाद दिया।
डॉ. राणा ने जोर देकर कहा कि नेपाली क्षेत्र का उपयोग कभी भी चीन के खिलाफ नहीं किया जाएगा। उन्होंने हाल ही में आयोजित सागरमाथा वार्ता में भाग लेने के लिए चीन का आभार व्यक्त किया और राजनयिक संबंधों की 70वीं वर्षगांठ के अवसर पर विदेश मंत्री वांग को नेपाल की यात्रा पर आमंत्रित किया। इसके अतिरिक्त उन्होंने अधिक चीनी पर्यटकों का स्वागत करने के लिए नेपाल की उत्सुकता का उल्लेख किया, क्योंकि 2025 को “नेपाल यात्रा वर्ष” के रूप में नामित किया गया है।
विदेश मंत्री वांग ने सागरमाथा वार्ता के सफल आयोजन पर नेपाल को बधाई दी और जलवायु परिवर्तन और पर्यावरण संरक्षण पर सहयोग करने के लिए चीन की तैयारी को व्यक्त किया। उन्होंने निरंतर चीनी समर्थन का आश्वासन दिया। डॉ. राणा के निमंत्रण को स्वीकार करते हुए उन्होंने नेपाल की अपनी आगामी यात्रा की पुष्टि की।
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