कोलकाता, 21 जुलाई। एक समय के नक्सलबाड़ी आंदोलन के प्रमुख चेहरों में से आजिजुल हक का सोमवार को निधन हो गया। उनके निधन पर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शोक जताया है।

मुख्यमंत्री ने उनके निधन पर श्रद्धांजलि देते हुए लिखा है, “वरिष्ठ राजनीतिज्ञ आजिजुल हक के निधन पर मैं गहरी शोक व्यक्त करती हूं। वह एक जुझारू और संघर्षशील नेता थे। अपने लंबे राजनीतिक जीवन में उन्होंने कभी सिर नहीं झुकाया। मैं उनके शोकाकुल परिवार और सहयोगियों के प्रति गहरी संवेदना प्रकट करती हूं।”

गौरतलब है कि आजिजुल हक का जीवन संघर्षो से भरा रहा। अपने राजनीतिक कार्यों और विवादास्पद मामलों, जिनमें एक हत्या का मामला भी शामिल है, जिसके कारण उन्हें कई बार जेल जाना पड़ा था। वह 1977 में रिहा हुए, लेकिन 1982 में उन्हें फिर से गिरफ्तार कर लिया किया गया था। 1986 में जेल के भीतर उनके साथ हुई शारीरिक प्रताड़ना और राज्य की जेलों की बदहाल स्थिति मीडिया के माध्यम से सामने आई थी। उनके निधन से राज्य में एक आदर्शवादी और निडर नेता को खो दिया।