भक्तिमय गीतों के साथ अपने ईष्ट के रंग में रंगे श्रद्धालु, न लाइन की चिंता न व्यवस्था की फिक्र
अब तक चारों धामों में 8, 87,939 श्रद्धालु दर्शन के लिए पहुंच चुके हैं
देहरादून, 23 मई। उत्तराखंड की विश्व प्रसिद्ध चारधाम यात्रा सीजन के बीच बुद्ध पूर्णिमा (स्नान पर्व) के अवसर पर आस्था का ज्वार चरम पर है। आस्था के आगे धूप और तपिश ने भी ‘घुटने’ टेक दिए हैं। ऐसा ही नजारा चारधाम यात्रियों में देखने को मिल रहा है। भीषण गर्मी के बावजूद देश के कोने-कोने से आए तीर्थयात्री-श्रद्धालु उत्साह के साथ भगवान का भजन गाते हुए अपने ईष्ट के रंग में रंगे दिखाई दे रहे हैं।
चिलचिलाती धूप हो या गर्मी अथवा आसमान से बरस रही आग हो, भक्ति के आगे सब बेकार है। देश-दुनिया से आए श्रद्धालु जोश और उत्साह के साथ आस्था पथ पर निरंतर बढ़ते जा रहे हैं। चारधाम यात्रा को लेकर देश-दुनिया के तीर्थयात्रियों में उत्साह देखने को मिल रहा है। ऐसे में चारधाम यात्रा में आ रहे श्रद्धालुओं का भीड़ प्रबंधन करना प्रशासन के लिए चुनौती बन रहा है। श्रद्धालुओं की संख्या अधिक होने की वजह से प्रशासन के भीड़ प्रबंधन करने में पसीने छूट रहे हैं। चारों धामों में दर्शन के लिए श्रद्धालुओं की लंबी लाइन लगी है तो सड़कों पर जाम की स्थिति फिर खड़ी हो गई है। हालांकि प्रशासन लगातार भीड़ प्रबंधन में जुटा हुआ है।
यात्रा शुरू होने से लेकर अब तक चारों धामों में 8, 87,939 श्रद्धालु दर्शन के लिए पहुंच चुके हैं। केदारनाथ के लिए सबसे अधिक क्रेज है। केदारनाथ यात्रा को लेकर श्रद्धालुओं में सबसे अधिक उत्साह है। यही कारण है कि बाबा के दर पर जाने वालों की संख्या सर्वाधिक है। आस्था की डगर उन्हें ऐसे खींच लाई है कि उनके सामने अव्यवस्था और जाम जैसी समस्याएं भी बौनी साबित हो रही हैं। ऐसा लगता है कि देश-दुनिया से आने वाले श्रद्धालुओं का उत्साह इस बार चारधाम में सभी रिकॉर्ड तोड़ देगा। तीर्थयात्रियों के उत्साह का आलम यह है कि उन्हें मंदिरों में दर्शन के लिए लंबी लाइन लगानी पड़ रही है। हालांकि शासन-प्रशासन ने भी यात्रियों के लिए हर स्तर पर व्यवस्थाएं की है, ताकि उन्हें परेशानियों का सामना न करना पड़े।
मनोरम प्राकृतिक स्थलों, नदियों एवं झरनों का लुत्फ उठा रहे श्रद्धालु-
यमुनोत्री और गंगोत्री धामों की यात्रा पर आ रहे श्रद्धालु मनोरम प्राकृतिक स्थलों, नदियों एवं झरनों का आनंद उठाने के साथ यात्रा पड़ावों पर स्थित मंदिरों का दर्शन लाभ भी प्राप्त कर रहे हैं। यात्रा मार्ग के प्रमुख पड़ाव जिला मुख्यालय उत्तरकाशी में बड़ी संख्या में रुकने वाले तीर्थयात्री नगर के प्राचीन मंदिरों व घाटों के दर्शन करने के साथ गंगा आरती में भी प्रतिभाग कर रहे हैं।
चारधाम यात्रा के सभी मार्ग सुचारु-
पुलिस महानिदेशक उत्तराखंड अभिनव कुमार ने बताया कि चारधाम यात्रा के सभी मार्ग खुले हैं। यातायात का अधिक दबाव होने के कारण वाहनों को धीरे-धीरे करके छोड़ा जा रहा है। डायर्वजन भी किया जा रहा है। हरिद्वार देहरादून, ऋषिकेश के लिए डायर्वजन प्लान लागू किया गया है। उत्तरकाशी एवं केदारनाथ मार्ग पर रोक-रोक कर वाहनों को भेजा रहा है। चारधाम यात्रा के लिए पंजीकरण अनिवार्य है। ऐसे में हरिद्वार, देहरादून, टिहरी जनपद में पंजीकरण चेक किया जा रहा है।