
कोलकाता, 1 सितंबर । पश्चिम बंगाल में इस साल मानसून का मिजाज लगातार बदलता रहा है। मौसम विभाग ने बताया है कि राज्य में बारिश की स्थिति ने जुलाई और अगस्त में दो बिल्कुल अलग तस्वीर पेश की है। एक महीने पहले ही जुलाई ने मौसम विभाग के रिकॉर्ड बुक में जगह बनाई थी। 2011 से 2025 के बीच पिछले 15 वर्षों में इस साल का जुलाई कोलकाता का सबसे आर्द्र महीना दर्ज हुआ।
इसके ठीक बाद अगस्त में परिदृश्य बदला। रविवार को अगस्त का समापन हुआ 278.3 मिलीमीटर बारिश के साथ, जबकि सामान्य तौर पर कोलकाता में अगस्त महीने में औसतन 372.1 मिलीमीटर वर्षा होती है। इस लिहाज़ से इस बार करीब 94 मिलीमीटर की कमी दर्ज की गई।
मौसम विभाग के अनुसार, 2011 से 2025 के डेढ़ दशक में केवल तीन बार ही अगस्त महीने में कोलकाता ने इससे भी कम बारिश दर्ज की है। यानी इस साल का अगस्त भी बारिश की कमी के लिहाज़ से उल्लेखनीय रहा।
जुलाई की नमी और अगस्त की कमी—इन दोनों महीनों का यह विरोधाभासी स्वरूप राजधानी के मौसम की अनिश्चितता को और स्पष्ट कर गया है।