सेना के चिनार कोर मुख्यालय में सशस्त्र बलों में हो रहे बदलाव और उपलब्धियों को रेखांकित किया

जम्मू, 17 जून । चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) जनरल अनिल चौहान ने सोमवार को जम्मू के नगरोटा स्थित 16 कोर मुख्यालय में क्षेत्र की सुरक्षा स्थिति और सुरक्षा बलों की परिचालन तैयारियों की समीक्षा की। उन्हें उत्तरी सेना कमांडर और जनरल ऑफिसर कमांडिंग (जीओसी) सहित सेना के शीर्ष कमांडरों ने जानकारी दी गई।

जम्मू संभाग में बढ़ते आतंकवाद से मजबूती से निपटने की रणनीति तैयार करने के लिए विभिन्न स्तरों पर सुरक्षा समीक्षा बैठकों की एक श्रृंखला आयोजित की गई है। इससे पहले सीडीएस ने श्रीनगर में सेना के चिनार कोर मुख्यालय में सशस्त्र बल के अधिकारियों को संबोधित करके भारतीय सशस्त्र बलों में हो रहे बदलाव और उपलब्धियों को रेखांकित किया। उन्होंने भारतीय सेना और भारतीय वायु सेना की विभिन्न संरचनाओं और इकाइयों के व्यावसायिकता के उच्च मानकों की सराहना की।

जनरल चौहान का यह दौरा रविवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की बैठक में सुरक्षा स्थिति और वार्षिक अमरनाथ यात्रा की तैयारियों की समीक्षा करने के तुरंत बाद हुआ है। दरअसल, पिछले सप्ताह चार दिनों के भीतर जम्मू और कश्मीर के रियासी, कठुआ और डोडा जिलों में चार स्थानों पर आतंकवादियों ने हमला किया। इन वारदातों में नौ तीर्थयात्री मारे गए और एक सीआरपीएफ जवान बलिदान हुआ और सात सुरक्षाकर्मी और कई अन्य घायल हो गए। कठुआ जिले में सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में दो संदिग्ध पाकिस्तानी आतंकवादी भी मारे गए।

आतंकवादियों ने 9 जून को तीर्थयात्रियों को ले जा रही एक बस पर गोलीबारी की, जब वह शिव खोडी मंदिर से कटरा में माता वैष्णो देवी मंदिर जा रही थी। गोलीबारी के बाद बस एक गहरी खाई में गिर गई, जिसमें नौ लोगों की मौत हो गई और 41 अन्य घायल हो गए। आतंकवादियों ने 11 जून को भद्रवाह के चट्टरगला में राष्ट्रीय राइफल्स और पुलिस की एक संयुक्त चौकी पर गोलीबारी की, जबकि 12 जून को डोडा जिले के गंदोह इलाके में एक तलाशी दल पर हमला किया गया, जिसके परिणामस्वरूप एक पुलिसकर्मी सहित सात सुरक्षाकर्मी घायल हो गए।