
कोलकाता, 18 फरवरी । पश्चिम बंगाल में प्राथमिक शिक्षक भर्ती घोटाले की जांच कर रही सीबीआई ने मंगलवार को तृणमूल कांग्रेस के पूर्व युवा नेता कुंतल घोष की आवाज का नमूना लिया। यह कार्रवाई कोलकाता के न्याय भवन में मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में हुई। इससे पहले कालीघाट के काकू का भी आवाज नमूना लिया गया था।
सीबीआई द्वारा आवाज का नमूना दिए जाने के बाद कुंतल घोष ने बड़ा बयान दिया। उन्होंने कहा, “मेरे ऊपर सिर्फ इसलिए कार्रवाई हो रही है क्योंकि मैं तृणमूल का सदस्य हूं। अगर जांच निष्पक्ष है, तो दिब्येंदु अधिकारी और भारती घोष को भी बुलाना चाहिए। उनकी भूमिका को लेकर भी सीबीआई को बयान देना चाहिए।”
कुंतल घोष को प्राथमिक शिक्षक भर्ती घोटाले में कथित वित्तीय लेन-देन के मामले में 20 जनवरी 2023 को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने गिरफ्तार किया था। इसके बाद सीबीआई ने भी उन्हें गिरफ्तार किया था। लगभग 23 महीने जेल में रहने के बाद पिछले साल नवंबर में सुप्रीम कोर्ट से उन्हें जमानत मिली थी।
सीबीआई की जांच रिपोर्ट के अनुसार, कुंतल घोष और उनके सहयोगियों ने फर्जी वेबसाइट और ईमेल आईडी के जरिए भर्ती घोटाला किया था। रिपोर्ट के अनुसार टीईटी परीक्षा में फेल हुए अभ्यर्थियों को योग्य साबित करने के लिए फर्जी वेबसाइट बनाई गई। यह वेबसाइट असली वेबसाइट जैसी दिखती थी।
फर्जी ईमेल आईडी से अभ्यर्थियों को इंटरव्यू के लिए बुलाया गया, ताकि भर्ती प्रक्रिया में गड़बड़ी का पता न चले।
ओएमआर शीट मूल्यांकन का ठेका “एस बसु राय एंड कंपनी” को दिया गया, जबकि इसमें कोई पारदर्शिता नहीं थी।
सीबीआई ने कोर्ट में बताया कि कुंतल घोष ने नौकरी दिलाने के नाम पर अभ्यर्थियों से लगभग चार करोड़ रुपये लिए थे और सरकारी दफ्तर में फर्जी इंटरव्यू आयोजित कराए थे। वहीं, ईडी ने दावा किया कि 325 अभ्यर्थियों से तीन करोड़ 25 लाख रुपये वसूले गए थे, जबकि कुंतल के पास कुल 19 करोड़ रुपये से ज्यादा की राशि पहुंची थी।