कोलकाता, 12 जुलाई । शिक्षक नौकरी भ्रष्टाचार के मामले में सीबीआई अधिकारियों ने शुक्रवार को लगातार पांचवें दिन शहर की एक निजी कंपनी के परिसर में तलाशी अभियान जारी रखा। सीबीआई की टीम एम एस बसु रॉय एंड कंपनी के दक्षिण एवेन्यू क्षेत्र में स्थित कार्यालय में तलाशी के दौरान दो सर्वर और हार्ड डिस्क जब्त कर चुकी है। सीबीआई के एक अधिकारी ने बताया कि उनका मुख्य ध्यान भर्ती परीक्षाओं में उपयोग किए गए ऑप्टिकल मार्क रिकग्निशन (ओएमआर) शीट्स के डिजिटल बैकअप को ढूंढने पर है।

उन्होंने कहा, “जब्त किए गए सर्वर और हार्ड डिस्क का फॉरेंसिक परीक्षण किया जाएगा ताकि डेटा पुनः प्राप्त किया जा सके। हमारे अधिकारी विशेष रूप से डिजिटल प्रतियों के लिए खोज कर रहे हैं, अगर उन्हें बैकअप के रूप में संग्रहीत किया गया है तो कहीं ना कहीं छुपाया गया है।”

कोर्ट ने दिया है ये आदेश

दरअसल पिछले सप्ताह, कलकत्ता उच्च न्यायालय ने सीबीआई को निर्देश दिया कि वे टीचर्स’ एलिजिबिलिटी टेस्ट (टीईटी) 2014 में उपयोग किए गए ओएमआर शीट्स के मूल या नष्ट सर्वरों, डिस्कों या अन्य भंडारण मीडिया को सावधानीपूर्वक ढूंढें और पुनः प्राप्त करें। अदालत ने यह भी निर्देश दिया कि सीबीआई को राष्ट्रीय सूचना विज्ञान केंद्र (एनआईसी), विप्रो, टीसीएस, इन्फोसिस जैसे विशेषज्ञ सार्वजनिक या निजी संगठनों से सहायता लेनी चाहिए, ताकि यह निर्धारित किया जा सके कि मौजूदा सर्वर, हार्ड डिस्क और कंप्यूटर एम एस बसु रॉय एंड कंपनी या पश्चिम बंगाल प्राथमिक शिक्षा बोर्ड के हैं। बोर्ड ने टीईटी परीक्षा प्रक्रिया का काम आउटसोर्स किया था। सीबीआई को यह जांचना है कि उनमें से किसी में भी टीईटी 2014 की स्कैन की गई ओएमआर शीट्स का कोई डिजिटल निशान है या नहीं।

अदालत ने यह भी कहा था कि इन विशेषज्ञ एजेंसियों द्वारा किए गए खर्चों को सीबीआई की मांग पर बंगाल बोर्ड द्वारा वहन किया जाएगा। अदालत ने यह अवलोकन किया कि एक बार जब एक डिजिटल निशान बनाया जाता है, तो उसे हमेशा पुनः प्राप्त किया जा सकता है। इस मामले की अगली सुनवाई 23 अगस्त को निर्धारित है।