
नई दिल्ली, 28 अगस्त। अमेरिका के ट्रंप सरकार की ओर से भारत पर हाल ही में लगाए गए भारी भरकम टैरिफ को कारोबारियों की संस्था कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) ने झटका नहीं, बल्कि एक नया अवसर करार दिया है। कैट ने कहा कि भारत का व्यापारी एवं उद्योग जगत प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के हर कदम के समर्थन में मजबूती से खड़ा है।
कैट के राष्ट्रीय अध्यक्ष बी. सी. भरतिया ने गुरुवार को कहा कि व्यापार करने के लिए अमेरिका ही एकमात्र जगह नहीं है। पूरी दुनिया भारतीय व्यापारियों के लिए खुली है। वहीं, सांसद एवं कैट के राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीण खंडेलवाल ने कहा कि यह संकट का नहीं बल्कि अपना दायरा बढ़ाने का अवसर है। दोनों कारोबारी नेताओं ने कहा कि “हम इसे एक वरदान के रूप में देखते हैं।”
भरतिया ने कहा, “व्यापार करने के लिए अमेरिका ही एकमात्र गंतव्य नहीं है, बल्कि वैश्विक व्यापार परिदृश्य बहुत व्यापक है। उन्होंने कहा कि यूके, यूरोपीय बाज़ार, दक्षिण अफ्रीका, आसियान देश, लैटिन अमेरिका, यूएई आदि में भारत के लिए अपार संभावनाएं मौजूद हैं। भारतीय व्यापारी चुनौतियों से डरते नहीं हैं, हर नई परिस्थिति एक नया अवसर लेकर आती है। हम इसे एक ऐसे मोड़ के रूप में देख रहे हैं, जो हमारे व्यापारिक दायरे को और विस्तृत करेगा।” उन्होंने कहा, “भारतीय व्यापारी इस चुनौती को ऐतिहासिक अवसर में बदलने के लिए प्रतिबद्ध हैं और भारत की भूमिका को वैश्विक व्यापार शक्ति के रूप में और अधिक मज़बूत करेंगे।”
वहीं, सांसद एवं कैट के राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीन खंडेलवाल ने कहा, “इतिहास गवाह है कि व्यापार भारत की रगों में है। सिंधु घाटी सभ्यता के युग से ही भारत वैश्विक वाणिज्य का केंद्र रहा है। उन्होंने आगे कहा कि कोई भी अवरोध भारतीय व्यापारियों को व्यापार करने से रोक नहीं सकता। यह कोई संकट नहीं, बल्कि अपने क्षितिज को फैलाने का अवसर है। यूरोपीय संघ, दक्षिण अफ्रीका, मध्य पूर्व और अन्य क्षेत्र विशाल संभावनाएं रखते हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारतीय व्यापारी हर बार मज़बूत होकर लौटे हैं—चाहे वह कोविड-19 हो, आर्थिक मंदी हो या प्राकृतिक आपदाएं। यह भी सिर्फ़ एक सीढ़ी है।”
खंडेलवाल ने कहा कि भारत के 9 करोड़ व्यापारियों की दृढ़ता और उद्यमशीलता की भावना ने हमेशा देश की घरेलू अर्थव्यवस्था को सशक्त बनाए रखा है। देश के जीडीपी एवं रोजगार में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। उन्होंने कहा, “आज भारतीय व्यापारी अपनी रणनीतियों को नया रूप देने, आपूर्ति श्रृंखलाओं को मज़बूत करने और डिजिटल प्लेटफॉर्म को अपनाकर नए बाजारों में प्रवेश करने के लिए तैयार हैं।”
उन्होंने रेखांकित किया कि ‘मेक इन इंडिया’ और ‘आत्मनिर्भर भारत’ अभियानों के तहत भारत एक विश्वसनीय वैश्विक भागीदार के रूप में उभर रहा है। दुनिया भारत से भरोसेमंद व्यापारिक रिश्तों की अपेक्षा रखती है। खंडेलवाल ने भारत सरकार से भी आग्रह किया कि यूरोप, अफ्रीका और एशिया-प्रशांत देशों के साथ व्यापारिक संवादों को तेज किया जाए, ताकि व्यापारियों को व्यापक बाज़ार तक पहुंच मिल सके।