कोलकाता, 16 मई । केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (सीएपीएफ) ने पश्चिम बंगाल के संदेशखाली में ताजा तनाव को देखते हुए रूट मार्च शुरू कर दिया है। एक स्थानीय भाजपा नेता का वीडियो इलाके में वायरल हो गया है, जिसमें दावा किया जा रहा है कि पार्टी द्वारा महिला आंदोलन की साजिश रची जा रही है। संदेशखाली बशीरहाट लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत आता है जहां एक जून को आखिरी और सातवें चरण में मतदान होना है।

मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) के कार्यालय के सूत्रों ने कहा कि आम तौर पर किसी क्षेत्र में पूर्ण रूट मार्च मतदान के दिन से पहले इतनी जल्दी शुरू नहीं होता है।

सूत्रों ने कहा, मौजूदा तनाव को ध्यान में रखते हुए सीएपीएफ का पूर्ण रूट मार्च गुरुवार से शुरू हो गया है, खासकर संदेशखाली विधानसभा क्षेत्र के तहत उन पंचायत क्षेत्रों में जहां मौजूदा तनाव सबसे अधिक है।

सीईओ कार्यालय के एक अंदरूनी सूत्र ने कहा कि यह शुरुआती रूट-मार्च चुनाव से पहले पूरे क्षेत्र पर कब्ज़ा सुनिश्चित करेगा जिससे मतदाताओं में विश्वास पैदा होगा।

स्थानीय ग्रामीणों ने भी इस कदम का स्वागत किया है। सीईओ कार्यालय के सूत्रों ने कहा कि राज्य में क्रमशः 25 मई और एक जून को छठे और सातवें चरण के मतदान में मौजूदा योजनाओं के अनुसार, राज्य में केंद्रीय बलों की कुल तैनाती एक हजार से अधिक कंपनियों की होने की संभावना है, जो कि अधिक है। भारत निर्वाचन आयोग (ईसीआई) की प्रारंभिक योजना एक जून को सातवें और अंतिम चरण में चरण-वार तैनाती को अधिकतम 920 तक बढ़ाने की है।

छठे चरण में जहां पश्चिम बंगाल की आठ लोकसभा सीटों पर मतदान होगा, वहीं सातवें चरण में यह संख्या नौ होगी। 20 मई को पांचवें चरण में सीएपीएफ की कुल तैनाती 762 कंपनियों की होगी, जो 13 मई को चौथे चरण में 578 कंपनियों के आंकड़े से 32 फीसदी अधिक है।