पलामू, 8 अगस्त । फाइलेरिया उन्मूलन के लिए पलामू जिले में 10 से 25 अगस्त तक एमडीए-आईडीए अभियान चलाया जाएगा।

इस अभियान के तहत फाइलेरिया रोग की रोकथाम के लिए घर-घर जाकर दवा दी जाएगी। इसमें अल्वेण्डाजोल, डीईसी एवं आइवरमेक्टिन की गोली खिलाई जाएगी। अभियान के तहत जिले में 19 लाख 91 हजार 297 लोगों को फाइलेरिया रोधी दवा खिलाने का लक्ष्य रखा गया है।

सिविल सर्जन डॉक्टर अनिल कुमार श्रीवास्तव ने शुक्रवार काे अपने कार्यालय में बताया कि अभियान को लेकर जिले में 2248 बूथ बनाए गए हैं। आंगनबाड़ी केंद्र, मामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, स्वास्थ्य उपकेंद्र, विद्यालय और अन्य सार्वजानिक स्थान को बूथ के रूप में चिन्हित कर दवा सेवन कराया जायेगा।

उन्हाेंने बताया कि दवा प्रशासकों की संख्या 4550 है, जो जिले के 1948 शहर, गांव, टोले के तीन लाख 44 हजार 432 घरों में जाकर दवा खिलाने का कार्य करेंगे। अभियान की मॉनेटरी करने के लिए 332 सुपरवाइजराें को लगाया गया है।

सिविल सर्जन ने बताया कि मादा क्योलेस मच्छर के काटने से फाइलेरिया होती है। यह मच्छर गंदे और जमे हुए पानी में पनपते हैं। ऐसे में अपने घर और आसपास की सफाई जरूर करें। कहीं भी जल जमाव नहीं होने दें। आमतौर पर देखा जाता है कि दवा देने के बाद लोग खाते नहीं हैं। इस कारण अभियान के दौरान सुनिश्चित किया गया है कि सहिया और सेविका घर-घर जाकर गोली देकर दवा अपने सामने खिलवाएंगी।

फाइलेरिया एक गंभीर बीमारी है, जिसकी वजह से जैसे हाथ, पॉव का फूलना और हाइड्रोसिल का बड़ा होना संकेत है। हाइड्रोसिल के रोगियों का उपचार ऑपरेशन से संभव है परन्तु फाइलेरिया ग्रसित रोगी अपने पूरे जीवनकाल इस बीमारी से ग्रसित रहते हैं और सामाजिक उपेक्षा का सामना करते हैं।

मौके पर डाॅ अनूप, डीपीएम देवेन्द्र भूषण श्रीवास्तव, सुखराम, वीबीडी कंस्लटेंट अरविंद द्विवेदी, सीरीजनी, पिराम सिहत अन्य मौजूद थे।