कोलकाता, 4 जुलाई । पश्चिम बंगाल के दो नए निर्वाचित तृणमूल विधायकों के शपथ ग्रहण को लेकर चल रहे गतिरोध के बीच, विधानसभा अध्यक्ष बिमान बनर्जी ने गुरुवार को पश्चिम बंगाल विधानसभा के विशेष सत्र का आह्वान किया है। इस दौरान उन्होंने स्पष्ट किया कि सदन का संचालन केवल राज्यपाल पर निर्भर नहीं है।

पत्रकारों से बात करते हुए, बिमान बनर्जी ने बताया कि बिजनेस एडवाइजरी कमेटी की बैठक शुक्रवार को दोपहर 12 बजे निर्धारित की गई है और बैठक में सत्र की अवधि तय की जाएगी। उन्होंने कहा कि विशेष सत्र कल दोपहर दो बजे से शुरू होगा।

विधानसभा की स्वायत्तता पर जोर
अध्यक्ष विमान बनर्जी ने कहा, “अगर किसी को लगता है कि हम असहाय हैं, तो वह गलत है। विधानसभा असहाय नहीं है, और सब कुछ राज्यपाल के हाथ में नहीं है।”
इशारे-इशारे में राज्यपाल डॉक्टर सी.वी. आनंद बोस पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि आप हम पर सब कुछ थोप नहीं सकते। यहां नियम और संवैधानिक मानदंड हैं। हमें सभी का पालन करना होगा।
उल्लेखनीय है कि बराहनगर विधानसभा से जीत दर्ज करने वाली सायंतिका बनर्जी और भगवानगोला से जीत दर्ज करने वाले रेयात हुसैन ने गुरुवार को पश्चिम बंगाल विधानसभा परिसर में लगातार छह दिन से धरने पर बैठे हैं। इन की मांग है कि इन्हें राजभवन के बजाय विधानसभा में शपथ दिलाई जाए। दोनों ने 27 जून से धरना प्रदर्शन शुरू किया और 28 जून, एक जुलाई, दो जुलाई, तीन जुलाई और चार जुलाई को जारी रखा। विधानसभा उप-चुनावों में विजयी घोषित होने के बावजूद, शपथ ग्रहण प्रक्रिया लंबित होने के कारण वे अभी तक निर्वाचित प्रतिनिधि की भूमिका नहीं निभा पाए हैं।

राष्ट्रपति से हस्तक्षेप की मांग
स्पीकर, जिन्होंने पहले इस मामले में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से हस्तक्षेप की मांग की थी, ने गुरुवार को राज्यपाल पर इसे अहंकार की लड़ाई में बदलने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, “राज्यपाल जानबूझकर गतिरोध पैदा कर रहे हैं। उन्होंने इसे अहंकार की लड़ाई बना दिया है। इस मामले को सुलझाना चाहिए ताकि विधायक शपथ ले सकें।”