कोलकाता, 10 जुलाई । पश्चिम बंगाल में बुधवार को चार विधानसभा क्षेत्रों में मतदान के दौरान हिंसा और गड़बड़ी की कई घटनाएं सामने आईं हैं।
हिंसा की शिकायतें मुख्य रूप से नदिया जिले के राणाघाट-दक्षिण निर्वाचन क्षेत्र और उत्तर 24 परगना के बागदा से सामने आई हैं। रायगंज में भी मतदान शांतिपूर्वक नहीं रह गया है।
सुबह 11 बजे तक पश्चिम बंगाल के मुख्य चुनाव अधिकारी (सीईओ) के कार्यालय में चुनाव में गड़बड़ी की 26 शिकायतें दर्ज की गईं, जिनमें से 20 अकेले राणाघाट-दक्षिण से हैं।
हालांकि, उत्तर दिनाजपुर जिले के रायगंज और कोलकाता के मानिकतला के शेष दो निर्वाचन क्षेत्रों में मतदान प्रक्रिया कमोबेश शांतिपूर्ण रही।
पहले चार घंटों में इन चार विधानसभा क्षेत्रों में औसत मतदान प्रतिशत 23.45 रहा, जिसमें रायगंज में सबसे अधिक 25.98, रानाघाट-दक्षिण में 23.32, बागदा में 22.63 और मानिकतला में सबसे कम 21.89 रहा। बागदा में भाजपा उम्मीदवार बिनय कुमार विश्वास को निर्वाचन क्षेत्र में एक मतदान केंद्र पर पहुंचने के बाद तृणमूल कांग्रेस कार्यकर्ताओं के भारी विरोध का सामना करना पड़ा। सत्तारूढ़ पार्टी के कार्यकर्ताओं ने उन्हें घेर लिया और वापस जाओ के नारे लगाने लगे।
विश्वास ने मीडियाकर्मियों से कहा, “बूथ-जाम की शिकायतें मिलने के बाद मैं इस बूथ पर गया था। वहां पहुंचने के बाद सत्तारूढ़ पार्टी के कार्यकर्ताओं ने मुझे आक्रामक तरीके से घेर लिया और यह स्पष्ट था कि वहां क्या चल रहा था। मैंने पूरे घटनाक्रम के बारे में निर्वाचन अधिकारियों को सूचित कर दिया है।”
बागदा में फिर से विवाद तब भड़क गया जब तृणमूल कांग्रेस की उम्मीदवार मधुपर्णा ठाकुर को एक एसयूवी में घूमते हुए देखा गया, जिस पर वाहन के विंडशील्ड पर ‘भारत सरकार’ का स्टिकर चिपका हुआ था। उनके साथ उनकी मां और तृणमूल कांग्रेस की राज्यसभा सदस्य ममता बाला ठाकुर भी थीं।
हालांकि, जब भाजपा ने इस मामले में सीईओ कार्यालय का ध्यान आकर्षित करने की कोशिश की, तो स्टिकर पर सफेद कागज चिपकाकर उसे ढक दिया गया।
इस बीच, भारतीय चुनाव आयोग (ईसीआई) ने राणाघाट-दक्षिण निर्वाचन क्षेत्र के पूर्णनगर में गोलीबारी की शिकायतों पर विस्तृत रिपोर्ट मांगी है। नादिया की जिला पुलिस ने मामले की एसडीपीओ स्तर की जांच शुरू कर दी है।