कोलकाता, 19 जून । लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी के खराब प्रदर्शन के बाद अब राज्य में होने वाले चार विधानसभा सीटों के उपचुनाव में भी पार्टी की आपसी गुटबाजी उजागर होने लगी है। बागदा में बीजेपी उम्मीदवार के तौर पर विनय विश्वास के नाम की घोषणा के बाद से पार्टी में घमासान मचा हुआ है। नाराज भाजपा कार्यकर्ताओं ने निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर सत्यजीत मजूमदार को उतारने की घोषणा कर दी है। इतना ही नहीं, सत्यजीत ने भाजपा के झंडे के साथ प्रचार भी शुरू कर दिया है।
दरअसल विनय विश्वास के नाम की घोषणा सोमवार को की गई थी। नाराज बीजेपी कार्यकर्ताओं ने कहा कि हेलेंचा बाजार में उन्हें बाहरी उम्मीदवार नहीं चाहिए। उन्होंने उम्मीदवार बदलने के लिए 24 घंटे का समय देने की बात कही थी। इससे बाद मंगलवार देर शाम नाराज भाजपाइयों ने हेलेंचा के एक लॉज में बैठक की। उस बैठक में यह निर्णय लिया गया कि सत्यजीत मजूमदार को उम्मीदवार बनाया जाएगा। खबर है कि पेशे से शिक्षक सत्यजीत बागदा में नाराज भाजपा कार्यकर्ताओं की ओर से निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ेंगे।
सत्यजीत मजूमदार ने बुधवार सुबह कहा, ””मैंने आरएसएस का तीसरा साल पूरा कर लिया है। हम बीजेपी के पुराने कार्यकर्ता हैं। बैठक में सभी ने मुझे निर्दलीय प्रत्याशी घोषित कर दिया। मैं बागदा में एक स्वतंत्र उम्मीदवार के रूप में लड़ूंगा।”
नाराज भाजपा नेता स्वपनकुमार घोष ने कहा, ”जिसे भी उम्मीदवार के तौर पर चुना गया है, वह हमें पसंद नहीं है। मुझे नहीं पता कि वह भाजपा से हैं या नहीं। इसलिए हमने स्वतंत्र उम्मीदवार के रूप में सत्यजीत बाबू के नाम की घोषणा की है।”