कोलकाता, 17 जून ।

बर्धमान विश्वविद्यालय में करीब दो करोड़ रुपये की हेराफेरी के मामले में सीआईडी ने विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति को तलब किया है। पूर्व कुलपति निमाईचंद्र साहा को बुधवार सुबह 10:30 बजे सीआईडी कार्यालय में उपस्थित होने को कहा गया है। सीआईडी ने अपने पत्र में कहा है कि दो करोड़ रुपये के गबन मामले की विस्तृत जानकारी लेने के लिए निमाईचंद्र साहा को बुलाया जा रहा है। उन्हें वास्तविक घटना जानने के लिए सीआईडी के बर्दवान कार्यालय में उपस्थित होने को कहा गया है। विश्वविद्यालय के कर्मचारी संगठन के अध्यक्ष अरिंदम मल्लिक ने बताया, “जब निमाईबाबू कुलपति थे, तब हम उनसे पूरा मामला जानना चाहते थे। हमने श्वेत पत्र प्रकाशित करने की भी मांग की थी लेकिन उन्होंने कुछ नहीं किया। घटना यूं ही हुई, एक दिन अचानक विश्वविद्यालय के अधिकारियों को पता चला कि विश्वविद्यालय के खाते से करीब एक करोड़ 94 लाख रुपये गायब हो गए हैं। यह पैसा बर्दवान के बड़ाबाजार इलाके में एक सरकारी बैंक से निकाला गया था। इस बात को लेकर काफी हंगामा हुआ था कि मैच्योरिटी डेट से पहले फिक्स्ड डिपॉजिट का पैसा कैसे गायब हो गया।”

उल्लेखनीय है कि ईड ने मनी लॉन्ड्रिंग के मामले की जांच भी शुरू कर दी है। गत 6 फरवरी, 2024 को उस बैंक से विश्वविद्यालय के फिक्स्ड डिपॉजिट के पैसे निकालने के लिए एक आवेदन प्रस्तुत किया गया था। पैसे को एक ठेकेदार कंपनी के खाते में जमा करने के लिए कहा गया था। बैंक अधिकारियों को इस बात पर संदेह था कि पैसे को विश्वविद्यालय के बचत खाते के बजाय ठेकेदार कंपनी के खाते में क्यों जमा करने के लिए कहा गया था।