लखनऊ, 20 जनवरी। बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने शनिवार को फिर दोहराया कि उनकी पार्टी किसी भी हालत में लोकसभा चुनाव में दूसरे दलों से समझौता नहीं करेगी। उन्होंने कहा कि यह फैसला पूर्व में अन्य दलों से किए गए गठबंधन के कड़वे अनुभवों से सबक लेते हुए किया है। उन्होंने कहा कि अन्य दलों के साथ गठबंधन से संगठन का मिशन कमजोर होता है और पार्टी के कर्मठ कार्यकर्ताओं का मनोबल भी टूटता है।
मायावती ने लखनऊ स्थित पार्टी मुख्यालय में उत्तर प्रदेश एवं उत्तराखंड इकाई के प्रमुख पदाधिकारियों के साथ बैठक कर लोकसभा चुनाव की तैयारियों की समीक्षा की। इस दौरान मायावती ने एक बार फिर दोहराया कि पार्टी अपने बलबूते लोकसभा चुनाव लड़ेगी और बेहतर रिजल्ट लाने की जिम्मेदारी पदाधिकारी एवं कार्यकर्ताओं की होगी। उन्होंने गठबंधन को लेकर पार्टी पदाधिकारियों को निराधार और भ्रामक खबरों से भी दूर रहने की नसीहत दी।
मायावती ने पार्टी पदाधिकारियों को संगठन के जनाधार को बढ़ाने और आगामी लोकसभा चुनाव की तैयारियों में जुटने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि बसपा एकमात्र ऐसी पार्टी है जो संवैधानिक आदर्शों और मूल्यों के आधार पर चलती है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में अगर दंगामुक्त सरकार किसी ने दिया है तो वह सिर्फ बसपा की सरकार है।