
नदिया, 30 नवम्बर । जिले में बांग्लादेशी तस्करों ने दक्षिण बंगाल सीमांत की 32वीं बटालियन के बीओपी माटियारी में तैनात बीएसएफ जवानों पर हमला कर दिया। जवानों ने संयम रखते हुए हमले को रोकने की कोशिश की। आत्मरक्षा में की गई फायरिंग में एक बांग्लादेशी तस्कर मारा गया। घटनास्थल से एक कटर, चार धारदार हथियार, 96 बोतल फेंसिडिल और दो बोतल विदेशी शराब बरामद की गई है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, 29 नवम्बर सुबह करीब 3:55 बजे बीएसएफ के 32वीं बटालियन के जवानों ने सीमा बाड़ के पास करीब सात भारतीय तस्करों को प्लास्टिक के पैकेट फेंकते हुए देखा। दूसरी तरफ मौजूद बांग्लादेशी तस्कर उन पैकेटों को उठा रहे थे। जवानों ने उन्हें रोकने के लिए चेतावनी दी और एक राउंड हवाई फायर भी किया, लेकिन कोई असर नहीं हुआ। स्थिति नियंत्रित करने के लिए जवान आगे बढ़ा तो देखा कि बांग्लादेशी तस्कर धारदार हथियारों से लैस थे। खतरे को देखते हुए जवान ने खाली मैगजीन हटाकर असली कारतूस वाली मैगजीन लगा ली। तभी तस्करों ने उस पर हमला कर दिया। एक तस्कर ने दाह से वार किया, जो जवान के हथियार के फ्रंट हैंडल पर लगा। धक्का-मुक्की के दौरान अनजाने में ट्रिगर दब गया और गोली चल गई। दुर्भाग्यवश एक बांग्लादेशी तस्कर को लग गई और वह गिर पड़ा। गोली चलते ही बाकी तस्कर घबरा गए और अपने घायल साथी को करीब 50–60 मीटर घसीटकर ले गए, लेकिन जलमग्न इलाके में पहुंचकर उसे वहीं छोड़कर भाग निकले।
घायल तस्कर को बीएसएफ ने तत्काल कृष्णगंज अस्पताल पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित किया। बरामद सामान और शव को आगे की कानूनी कार्रवाई के लिए कृष्णगंज थाने को सौंप दिया गया है। पुलिस ने मामले में एफआईआर दर्ज कर ली है।
बीएसएफ दक्षिण बंगाल सीमांत के जनसंपर्क अधिकारी ने बताया कि सीमा पर तैनात जवान पूरी सतर्कता और साहस के साथ अपना कर्तव्य निभा रहे हैं। बांग्लादेशी तस्करों की बढ़ती घुसपैठ और हमलों का मुद्दा कई बार बीजीबी के सामने उठाया गया है, लेकिन अपर्याप्त कार्रवाई के कारण इन तस्करों का मनोबल बढ़ता जा रहा है।
बीएसएफ ने कहा कि वह राष्ट्रीय सुरक्षा और सीमा की रक्षा के लिए हर आवश्यक कदम उठाने के लिए प्रतिबद्ध है।






