पलामू, 16 मई । पलामू जिले के तरहसी और नावाजयपुर थाना क्षेत्र के बॉर्डर इलाके में स्थित कनौदी और सोनपुरवा गांव में वर्षों से अवैध रूप से ईंट भट्ठे का संचालन किया जा रहा है। इस भट्ठे का संचालन वन भूमि पर हो रहा हैं, लेकिन वन विभाग चुप्पी साधे हुए है। कनौदी गांव के संजय कुमार सिंह की ओर से 25 वर्ष से ईंट भट्ठे का संचालन करने की जानकारी सामने आयी है।

स्थानीय ग्रामीणों की माने तो विभागीय लापरवाही के कारण वन भूमि का दोहन लगातार जारी है और इसके पर्यावरणीय दुष्परिणाम भी सामने आने लगे हैं।

जब इस संबंध में संजय सिंह से बात की गई तो उन्होंने कहा कि जिस भूमि पर भट्ठा संचालित हो रहा है, वह जीएम लैंड (सरकारी भूमि) है। यह भी दावा किया कि भूमि कनौदी निवासी झरी महतो और सकेंद्र साव के नाम पर बंदोबस्त है और उन्हीं की अनुमति से वह भट्ठा चला रहे हैं।

नावाजयपुर क्षेत्र के प्रभारी वनपाल रामाशीष कुमार से शुक्रवार को बातचीत की गई, तो उन्होंने स्पष्ट किया कि भूमि की प्रकृति को लेकर विभाग के पास कोई पुख्ता दस्तावेज नहीं हैं। वन विभाग के सीमांकन पिलर मौजूद न होने के कारण अभी यह स्पष्ट नहीं हो पा रहा है कि भूमि वन क्षेत्र की है या नहीं।

हालांकि, वनपाल ने बताया कि भट्ठा संचालक को दो दिनों का अल्टीमेटम दिया गया है कि वे भूमि का वर्गीकरण (किस्म) संबंधित मापी रिपोर्ट प्रस्तुत करें। अगर तय समयसीमा में रिपोर्ट नहीं दी जाती है, तो विभागीय अमीन से मापी कराई जाएगी और दोषी पाए जाने पर नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।