
कोलकाता, 17 दिसंबर । पश्चिम बंगाल में जारी विशेष गहन मतदाता सूची पुनरीक्षण (एसआईआर) के तहत प्रकाशित मसौदा मतदाता सूची में कोलकाता के भवानीपुर विधानसभा क्षेत्र से 44 हजार 770 मतदाताओं के नाम हटाए जाने के बाद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कड़ा रुख अपनाया है। मुख्यमंत्री ने अपने विधानसभा क्षेत्र के तृणमूल कांग्रेस के बूथ स्तर के कार्यकर्ताओं को पूरी तरह सतर्क रहने और एक भी वास्तविक मतदाता का नाम न कटने देने का निर्देश दिया है।
तृणमूल कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने बताया कि मुख्यमंत्री ने हटाए गए मतदाताओं की सूची की दोबारा गहन जांच करने के निर्देश दिए हैं, खासकर उन मतदाताओं के नाम जिनके सामने मृत या स्थानांतरित होने का कारण बताया गया है। मुख्यमंत्री ने बूथ स्तर के एजेंटों से कहा है कि वे ऐसे मतदाताओं के पते पर जाकर वास्तविक स्थिति की पुष्टि करें और यह सुनिश्चित करें कि दी गई जानकारी सही है या नहीं।
तृणमूल नेतृत्व को आशंका है कि कुछ मतदाताओं को गलत तरीके से मृत या स्थानांतरित दिखाया गया है। इसी कारण पार्टी कार्यकर्ताओं को सूची का भौतिक सत्यापन करने को कहा गया है। मुख्यमंत्री ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि किसी भी हाल में एक भी वास्तविक मतदाता का नाम मतदाता सूची से बाहर नहीं जाना चाहिए।
बैठक में मुख्यमंत्री ने आवासीय परिसरों और ऊंची इमारतों में रहने वाले मतदाताओं पर विशेष नजर रखने का भी निर्देश दिया, क्योंकि ऐसे इलाकों में मतदाताओं के नाम कटने की शिकायतें सामने आ सकती हैं।
उल्लेखनीय है कि वर्ष 2021 के विधानसभा चुनाव में ममता बनर्जी को नंदीग्राम सीट पर हार का सामना करना पड़ा था। इसके बाद भवानीपुर विधानसभा क्षेत्र से हुए उपचुनाव में जीत दर्ज कर उन्होंने लगातार तीसरी बार मुख्यमंत्री पद संभाला था। अब भवानीपुर से बड़ी संख्या में मतदाताओं के नाम हटने के बाद तृणमूल कांग्रेस इस मुद्दे को बेहद संवेदनशील मानते हुए हर स्तर पर निगरानी बढ़ा रही है।








