
गिरिडीह, 3 सितंबर। गिरिडीह जिले में स्वास्थ्य सेवाओं पर कलंक बन चुके खून के काले कारोबार का एक और मामला उजागर हुआ है। ताजा घटना सदर अस्पताल स्थित ब्लड बैंक से जुड़ी है, जहां एबी नेगेटिव ग्रुप का खून लेने पहुंचे एक व्यक्ति से 10 हजार रुपये वसूल किए गए।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, बेंगाबाद निवासी मंटू यादव की मां की हालत नाजुक होने पर उन्हें बोडो स्थित एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। चिकित्सकों ने तत्काल एबी नेगेटिव ग्रुप का ब्लड उपलब्ध कराने को कहा। मंटू यादव ब्लड बैंक पहुंचे, लेकिन वहां मौजूद कर्मियों ने उन्हें साफ कह दिया कि ब्लड उपलब्ध नहीं है।
इसी दौरान ब्लड बैंक के बाहर खड़े एक बिचौलिए ने मंटू यादव को एक मोबाइल नंबर थमाया। उस नंबर पर संपर्क करने पर एक यूनिट खून के बदले 10 हजार रुपये की मांग की गई। मजबूरी में मंटू यादव ने पूरी रकम चुकाई और अपनी मां के लिए ब्लड की व्यवस्था की।
स्थानीय लोगों का कहना है कि गिरिडीह जिले में लंबे समय से खून का काला कारोबार फल-फूल रहा है। जरूरतमंद मरीजों की मजबूरी का फायदा उठाकर बिचौलिए मोटी रकम वसूलते हैं। दुर्लभ रक्त समूह होने पर मरीजों और उनके परिजनों को लाचारी में पैसे देने पड़ते हैं।
मामले की जानकारी सामने आने के बाद सिविल सर्जन ने इसे गंभीरता से लिया है। उन्होंने कहा कि घटना की जांच कराई जाएगी और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।