उदयपुर, 14 नवम्बर। राजस्थान विधानसभा चुनाव में इस बार जहां बागी दोनों बड़े दलों कांग्रेस और भाजपा की नाक में दम करते नजर आ रहे हैं, वहीं कुछ बड़े नेता अपने प्रतिद्वंद्वियों के चलते अपने विधानसभा क्षेत्र से मुश्किल से बाहर निकल पा रहे हैं।

ऐसा ही एक विधानसभा क्षेत्र है राजसमंद जिले का नाथद्वारा। यहां पर कांग्रेस ने विधानसभा अध्यक्ष डॉ. सीपी जोशी को पुनः उम्मीदवार बनाया है। क्षेत्र में इनकी पकड़ मजबूत बताई जाती है। चर्चा थी कि डॉ. सीपी जोशी का कद इतना बड़ा है कि उन्हें अन्य विधानसभाओं में भी प्रचार के लिए जाएंगे। वे कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष भी रह चुके हैं और विधानसभा अध्यक्ष की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी को बेहतरीन रूप से निभाने के बाद उनकी देश भर में खासी पहचान बढ़ी। इसलिए यह चर्चा लाजिमी भी थी कि वे नाथद्वारा में कुछ दिन रहकर शेष दिवस अन्यत्र जाते। उनकी मेवाड़ में भी अच्छी पकड़ बताई जाती है, ऐसे में मेवाड़ की सीटों को साधने के लिए भी उनका वृहद दौरा हो सकता था। मंगलवार को डॉ. सीपी जोशी कांग्रेस गारंटी यात्रा के तहत बागीदौरा व कुशलगढ़ विधानसभा क्षेत्र में जन सभाओं में जरूर मौजूद थे, लेकिन आगामी यात्रा कार्यक्रम में उनका अन्यत्र विधानसभा क्षेत्रों में शामिल होना प्रस्तावित नहीं है, क्योंकि 17 नवम्बर को प्रियंका गांधी की नाथद्वारा में सभा प्रस्तावित है। ऐसे में डॉ. जोशी का नाथद्वारा में ही रहना जरूरी है।

लेकिन, अब चर्चा यह है कि भाजपा के उम्मीदवार की वजह से उनके कदम नाथद्वारा और उसके आसपास ही सिमट गए हैं। भाजपा ने यहां मेवाड़ के पूर्व राजपरिवार के सदस्य विश्वराज सिंह मेवाड़ को प्रत्याशी बनाकर मैदान में उतारा है। हालांकि, विश्वराज सिंह मेवाड़ के पिता पूर्व महाराणा महेन्द्र सिंह मेवाड़ भी राजनीति में रह चुके हैं, किन्तु सालों बाद इस परिवार का कोई सदस्य पुनः राजनीति में आया है। चूंकि, विश्वराज सिंह मेवाड़ का मेवाड़ क्षेत्र में अपना मान-सम्मान है, नाथद्वारा भी मेवाड़ का ही हिस्सा है और आज भी मेवाड़ की जनता उनका सम्मान करती है। और जातिगत समीकरणों में भी यहां राजपूत समाज का प्रतिशत ठीकठाक है। मेवाड़ के प्रत्याशी घोषित होते ही कई पूर्व ठिकानेदार और राजपूत समाज के प्रबुद्धजन उनके साथ प्रचार में नजर आने लगे। मेवाड़ के साथ उनकी पत्नी महिमा कुमारी भी जी-जान से जनसम्पर्क में सक्रिय नजर आ रही हैं। उनका फोकस महिलाओं पर ज्यादा दिखाई दे रहा है।

भाजपा प्रत्याशी मेवाड़ की यह सक्रियता नाथद्वारा ही नहीं, बल्कि पूरे मेवाड़ में चर्चा में बनी हुई है। और यही कयास लगाए जा रहे हैं कि शायद इसी वजह से कांग्रेस के कद्दावर प्रत्याशी डॉ. सीपी जोशी को भी ज्यादा समय नाथद्वारा में ही देना पड़ रहा है।