उदयपुर, 03 नवम्बर। उदयपुर शहर विधानसभा सीट पर भाजपा प्रत्याशी ताराचंद जैन का विरोध कर रहे उपमहापौर पारस सिंघवी का हृदय परिवर्तन हो गया है उन्‍होंने बयान जारी किया है कि वे पार्टी के कार्यकर्ता हैं और उनकी वजह से पार्टी को नुकसान हो, ऐसा कभी नहीं हो सकता।

दरअसल, प्रत्याशी घोषित होने के साथ ही उन्होंने बागी तेवर दिखाए थे और अपने समर्थकों के साथ शहर में रैली भी निकाली । इस बीच, उनके निर्दलीय या अन्य किसी दल से जुड़कर चुनाव लड़ने की चर्चाएं भी चली, लेकिन गुरुवार देर रात प्रत्याशी ताराचंद जैन के साथ उनका फोटो और बयान सामने आया। इस फोटो में अंदरखाने नाराज माने जा रहे प्रमोद सामर भी प्रत्याशी ताराचंद जैन के साथ खड़े नजर आ रहे हैं।

सिंघवी ने अपने बयान में कहा कि जिसका बाल्यकाल संघ की शाखा में व्यतीत हुआ हो वह व्यक्ति देश विरोधी गतिविधियों में कैसे सम्मिलित हो सकता है। वे सपने में भी पार्टी विरोधी गतिविधियों नहीं गए। पार्टी हित को निजी स्वार्थ से ऊपर समझ कर कार्य किया है।

उन्होंने यह भी कहा कि भारतीय जनता पार्टी लोकतांत्रिक पार्टी है जो पूरी तरह लोकतंत्र में विश्वास करती है। पार्टी हर कार्यकर्ता को अपनी भावना व्यक्त करने से पूरी तरह स्वतंत्र रखती है और उन्होंने भी इसी अधिकार के तहत उदयपुर विधानसभा से विधायक पद पर अपनी दावेदारी प्रस्तुत की थी एवं टिकट नहीं मिलने पर अपना विरोध जताया था, लेकिन वे कभी ऐसा कार्य नहीं करेंगे जिससे पार्टी को किसी भी प्रकार से कोई नुकसान हो। कार्यकर्ताओ और हजारों समर्थकों के आदेश के चलते उन्होंने अपनी भावनाओं को पार्टी के शीर्ष पदाधिकारियों को अवगत कराया। सभी ने उन्हें संगठन को सर्वोपरि रखने की बात कही। वे वरिष्ठ पदाधिकारी के आदेश को शिरोधार्य करते हुए पार्टी के साथ कंधे से कंधा मिलाकर कार्य करेंगे।

 

सिंघवी ने कहा कि पार्टी उनके प्राण में बसी हुई है जिस दिन प्राण छूटेंगे उस दिन यह पार्टी छूटेगी। सिंघवी ने अपने समर्थको एवं कार्यकर्ताओं का आह्वान करते हुए कहा है कि पार्टी निर्णय को सर्वाेपरि मानते हुए अपने मार्ग में आगे बढ़ाना है। उन्होंने अपने समर्थकों एवं कार्यकर्ताओं का आभार प्रकट करते हुए कहा कि इस मुश्किल घड़ी में जिस प्रकार सभी कार्यकर्ताओं ने उन्हें संबल प्रदान किया, उसके लिए वे जीवन भर आभारी रहेंगे।