आसनसोल, 21 फ़रवरी (हि. स.)। शुक्रवार दोपहर आसनसोल के जमुरिया स्थित द्वारबरडांगा घाट पर भाजपा नेता और आसनसोल के पूर्व मेयर जितेंद्र तिवारी को कड़े विरोध का सामना करना पड़ा। इस घटना में उन पर हमले की भी बात सामने आई है।

घटना अजय नदी के किनारे हुई, जहां से कथित तौर पर बड़ी मात्रा में अवैध रेत खनन हो रहा है। इसकी जानकारी मिलने पर जितेंद्र तिवारी अपने समर्थकों के साथ वहां पहुंचे। उनके साथ भाजपा कार्यकर्ता भी थे, जो पार्टी के झंडे लिए हुए थे। जैसे ही वे वहां पहुंचे, स्थानीय लोगों ने ‘वापस जाओ’ के नारे लगाए। तिवारी ने इसकी अनदेखी कर आगे बढ़े, जिसके बाद तनाव बढ़ गया। आरोप है कि कुछ लोगों ने बांस की लाठियों से उन पर हमला किया और भाजपा का झंडा छीनने की कोशिश की। दोनों पक्षों के बीच मामूली झड़प और मारपीट भी हुई। पुलिस ने तुरंत मौके पर पहुंचकर स्थिति को नियंत्रित किया। इसके बावजूद इलाके में तनाव बना हुआ है।

जितेंद्र तिवारी ने कहा कि अजय नदी से अवैध और अवैज्ञानिक तरीके से रेत निकाली जा रही है, जो क्षेत्र की पेयजल परियोजना को नुकसान पहुंचा सकती है। उनका कहना है कि अगर यह नहीं रुका तो जमुरिया के बड़े इलाके में लोगों को पीने का पानी नहीं मिलेगा, जिसका असर सभी पर पड़ेगा, चाहे वे किसी भी पार्टी से हों। उन्होंने सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस से इस मुद्दे पर स्थिति स्पष्ट करने की मांग की। हमले के पीछे कौन था, इस बारे में भाजपा नेता ने स्पष्ट रूप से किसी का नाम नहीं लिया। पुलिस घटना की जांच कर रही है। यह इलाका अवैध रेत खनन के लिए पहले भी चर्चा में रहा है, और इस घटना ने इस समस्या को फिर से उजागर किया है।