पूर्वी सिंहभूम, 16 मई । भाजपा के पूर्व जिला अध्यक्ष और प्रदेश समिति सदस्य देवेंद्र सिंह ने झारखंड सरकार पर मंईयां सम्मान योजना में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार और राष्ट्रविरोधी ताकतों को लाभ पहुंचाने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि इस योजना की राशि, जो आदिवासी और गरीबों के लिए थी, वह बांग्लादेशी और रोहिंग्या मुसलमानों के खातों में पहुंच गई है।

देवेंद्र सिंह का दावा है कि झारखंड मुक्ति मोर्चा और कांग्रेस के जनप्रतिनिधियों ने विधानसभा चुनाव से पहले मुस्लिम महिलाओं को नाम के आधार पर योजना का लाभ दिलवाया, जिससे हजारों फर्जी लाभार्थी जुड़े। केवल पूर्वी सिंहभूम जिले में ही घाटशिला, बहरागोड़ा, पोटका और जुगसलाई जैसे क्षेत्रों में यह घोटाला हुआ।

उन्होंने बताया कि कई मुखियाओं ने इस घोटाले का पर्दाफाश किया है, जिनमें पोटका के कालकापुर पंचायत के मुखिया बाघराय सोरेन प्रमुख हैं। उन्होंने कहा कि उनके गांव में एक भी मुस्लिम परिवार नहीं है, फिर भी 27 मुस्लिम महिलाओं को योजना का लाभ मिला, जिनके बैंक खाते पश्चिम बंगाल में पाए गए।

देवेंद्र सिंह ने कहा कि पूरे झारखंड में लगभग 20,000 से ज्यादा बांग्लादेशी और रोहिंग्या मुसलमान इस योजना का लाभ ले रहे हैं। उन्होंने इसे सिर्फ आर्थिक घोटाला नहीं, बल्कि राष्ट्र विरोधी साजिश करार दिया और सीबीआई और एनआईए से जांच की मांग की।

उन्होंने यह भी दावा किया कि चाकुलिया प्रखंड के एक गांव में, जहां कोई मुस्लिम परिवार नहीं है, वहां 500 मुस्लिम बच्चों के जन्म का रिकॉर्ड दिखाया गया है। उन्होंने इस पर व्यंग्य करते हुए कहा कि “यह चमत्कार केवल झारखंड में ही संभव है।

देवेंद्र सिंह ने कहा कि इस मामले की शिकायत गृहमंत्री अमित शाह को भेजी जाएगी और यदि जरूरत पड़ी तो भाजपा न्यायालय का दरवाजा भी खटखटाएगी।