चेन्नई, 02 नवंबर। तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एवं द्रमुक अध्यक्ष एम.के.स्टालिन ने विपक्षी दल के नेताओं के फोन कथित तौर पर हैक करने के लिए केंद्र सरकार की आलोचना करते हुए कहा कि इससे पता चलता है कि भारतीय जनता पार्टी इंडिया गठबंधन से डरी हुई है और उसे आगामी लोकसभा चुनाव में पराजय का भय सता रहा है।

स्टालिन ने कहा कि इस तरह के जघन्य कृत्यों में भागीदार होने के बाद केंद्र द्वारा इसकी जांच के आदेश देने को भी ‘हास्यास्पद’ करार दिया। तकनीकी दिग्गज एप्पल द्वारा हाल ही में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और कम्युनिस्ट मार्क्सवादी पार्टी (माकपा) नेता सीताराम येचुरी सहित कई शीर्ष विपक्षी नेताओं को भेजे गए अलर्ट में कहा गया है कि उनके द्वारा उपयोग किए जाने वाले कंपनी के डिजिटल उपकरणों को ‘राज्य-प्रायोजित’ द्वारा लक्षित किया जा सकता है।

उन्होंने कहा कि अब यह सवाल है कि क्या देश में लोकतंत्र की रक्षा और संरक्षण किया जाएगा? उन्होंने विपक्षी दलों या इसका विरोध करने वाले किसी भी व्यक्ति को डराने के लिए प्रवर्तन निदेशालय और आयकर विभाग जैसी जांच एजेंसियों का दुरुपयोग करने के लिए भाजपा की आलोचना की। उन्होंने आरोप लगाया कि स्थिति यहां तक पहुंच गई है कि फोन भी टेप किए जा रहे हैं।