नगर निगम के मेयर, सीनियर डिप्टी मेयर व डिप्टी मेयर पर भाजपा का कब्जा
मतगणना में विपक्षियों के आठ वोटों को अमान्य करने का मामला हाई कोर्ट पहुंचा
चंडीगढ़, 30 जनवरी। चंडीगढ़ नगर निगम के प्रतिष्ठित चुनाव में विपक्ष के आईएनडीआईए (इंडी गठबंधन) को भारतीय जनता पार्टी ने करारी मात दी है। भाजपा ने नगर निगम के मेयर, सीनियर डिप्टी मेयर और डिप्टी मेयर पद पर कब्जा कर लिया है। मतगणना में चुनाव अधिकारी की ओर से विपक्षी गठबंधन के आठ वोटों को अमान्य कर देने पर आम आदमी पार्टी तथा कांग्रेस ने हाई कोर्ट में दस्तक दी है।
कई दिनों की राजनीतिक उठापटक और सियासी घमासान के बीच भाजपा के मनोज सोनकर ने विपक्ष के इंडी गठबंधन के उम्मीदवार कुलदीप टीटा को चार वोटों से हरा दिया। मेयर पद के लिए 35 पार्षदों ने वोट डाला। जिनमें से भाजपा के मनोज सोनकर को 16 तथा आम आदमी पार्टी व कांग्रेस के संयुक्त उम्मीदवार को 12 वोट मिले। मतगणना में चुनाव अधिकारी ने इंडी गठबंधन की आठ वोटों को अमान्य कर दिया।
मंगलवार को मेयर पद के चुनाव के बाद सदन में काफी देर तक हंगामा होता रहा। कांग्रेस व आप पार्षदों ने सदन से बहिष्कार कर दिया। इसके बाद सीनियर डिप्टी मेयर के चुनाव में विपक्षी पार्षदों ने भाग नहीं लिया और भाजपा के कुलजीत सिंह को इस चुनाव में 16 वोट मिले और वह सीनियर डिप्टी मेयर चुन लिए गए। इसके बाद हुए डिप्टी मेयर चुनाव में भी भाजपा उम्मीदवार राजिंदर शर्मा जीत गए। चुनाव प्रक्रिया पर आपत्ति जताते हुए आम आदमी पार्टी तथा कांग्रेस ने फिर से हाई कोर्ट में दस्तक दी है। दोनों दलों ने याचिका दायर करके चुनाव प्रक्रिया स्थगित करने की मांग की है।
नड्डा ने दी बधाई तो केजरीवाल ने चुनाव प्रक्रिया पर जताई चिंता
चंडीगढ़ नगर निगम में मेयर चुनाव जीतने के बाद भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने ट्वीट करके समूची लीडरशिप को बधाई दी। उन्होंने कहा कि भाजपा चंडीगढ़ यूनिट को लंबे समय से मेयर चुनाव का इंतजार था। वह इस जीत के लिए चंडीगढ़ यूनिट को बधाई देते हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में चंडीगढ़ में अभूतपूर्व विकास कार्य हुए हैं। उन्होंने कहा कि विपक्षी गठबंधन को मिली हार ने साफ कर दिया है कि लोग काम में विश्वास करते हैं, न की छल-कपट की राजनीति को पसंद करते हैं।
दूसरी तरफ आप सुप्रीमो एवं दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि चंडीगढ़ मेयर चुनाव में दिनदहाड़े जिस तरह से बेईमानी की गई है, वो बेहद चिंताजनक है। यदि एक मेयर चुनाव में ये लोग इतना गिर सकते हैं तो देश के चुनाव में तो ये किसी भी हद तक जा सकते हैं। यह बेहद चिंताजनक है।