नई दिल्ली, 8 मई। इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के अध्यक्ष सैम पित्रोदा के विवादास्पद बयान पर भारतीय जनता पार्टी हमलावर है। भाजपा ने कांग्रेस को घेरते हुए कहा कि सैम पित्रोदा ने देश की पहचान पर ही सवाल उठा दिए हैं।

बुधवार को भाजपा मुख्यालय में संवाददाता सम्मेलन में सांसद सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि आज सैम पित्रोदा, जिनके शिष्य राहुल गांधी हैं, ने भारत, इसकी संस्कृति, भारत की पहचान और इसके लोगों की पहचान पर बहुत ही आपत्तिजनक बयान दिया है। ऐसा लगता है कि यह विषय केवल चुनाव या राजनीति तक सीमित नहीं है बल्कि भारत के अस्तित्व से जुड़ा है, क्योंकि वे देश की पहचान पर ही सवाल उठा रहे हैं।

भाजपा सांसद सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि ‘वह कह रहे हैं कि राम मंदिर, राम नवमी और भारत के प्रधानमंत्री के राम मंदिर जाने से भारत की विविधता और लोकतंत्र कमजोर हुआ है। मैं ये कहना चाहता हूं कि जो इन विदेशी सलाहकारों के विचारों से प्रभावित हैं, वो ये बात नहीं समझ सकते कि भारत लोकतंत्र की जननी है। उन्हें ऐसा क्यों लगता है कि हमें सब कुछ विदेशियों ने दिया है। उनका बयान देश की मौलिक पहचान की अवमानना है। उस संस्कृति का, जिसे वो कह रहे हैं कि इसने देश की पहचान को कमजोर किया है, वह संस्कृति इस देश के लोकतंत्र और विविधता का आधार है। बाबरी ढांचे को बचाने के लिए आप अदालत गए थे और राम मंदिर को बदनाम करने की कोशिश की थी।’

केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने कहा कि सैम पित्रोदा के बयान की निंदा की जानी चाहिए। इससे पता चलता है कि कांग्रेस पार्टी आज स्वाभाविक रूप से भारत को विभाजित करने, भारतीयों को जाति, पंथ, पहचान और भूगोल के आधार पर विभाजित करने पर केंद्रित है। कांग्रेस सैम पित्रोदा से खुद को दूर नहीं कर सकती, जो भारतीयों के खिलाफ इस तरह की गहरी जड़ें जमा चुका है। कांग्रेस इस बयान से किनारा नहीं कर सकती, इसके लिए उन्हें माफी मांगनी चाहिए। उन्होंने दक्षिण भारत के कांग्रेसी मुख्यमंत्रियों – सिद्धारमैया, रेवंत रेड्डी से पूछा कि क्या वे सैम पित्रोदा से नहीं पूछेंगे कि उन्होंने ऐसा बयान क्यों दिया। क्या उन्हें माफी मांगने को नहीं कहेंगे।

भाजपा नेता सीआर केशवन ने कहा, ‘कांग्रेस पार्टी के शकुनि सैम पित्रोदा के घृणित और जातिवादी बयान ने आज हमारे 140 करोड़ भारतीयों में से प्रत्येक को अपमानित किया है। यह कांग्रेस नेतृत्व की कट्टर और विभाजनकारी मानसिकता को भी बहुत स्पष्ट रूप से उजागर करता है… यह किस तरह की विकृत और संकीर्ण मानसिकता है?’

उल्लेखनीय है कि इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के अध्यक्ष सैम पित्रोदा के विवादास्पद बयान में कहा गया है, “पूर्व में लोग चीनी जैसे दिखते हैं, दक्षिण में लोग अफ्रीकियों जैसे दिखते हैं। इसके बावजूद हम सब एक हैं।”