कोलकाता, 15 जुलाई। राष्ट्रीय महिला आयोग ने बीरभूम के पुलिस अधीक्षक अमनदीप को अनुब्रत मंडल से जुड़े विवादित मामले में एक बार फिर दिल्ली तलब किया है। आयोग ने 23 जुलाई (बुधवार) सुबह 10:30 बजे एसपी को आयोग के दिल्ली मुख्यालय में पेश होने को कहा है।

यह कार्यवाही अनुब्रत मंडल के उस कॉल को लेकर है, जिसमें उन्होंने बोलपुर थाना प्रभारी को फोन कर अशोभनीय भाषा का प्रयोग किया था और उसकी महिला परिजनों पर आपत्तिजनक टिप्पणियां की थीं। इस घटना को लेकर आयोग ने पहले भी दो बार ‘एक्शन टेकन रिपोर्ट’ की मांग की थी, लेकिन रिपोर्ट से असंतुष्ट होने के बाद अब और विस्तृत जवाब मांगा गया है।

आयोग के सूत्रों के अनुसार, सोमवार को आयोग ने बीरभूम के एसपी से इस मामले में लंबी पूछताछ की थी। हालांकि कुछ सवालों के जवाब पुलिस की ओर से मिले हैं लेकिन कई और बिंदुओं पर आयोग की जिज्ञासा बनी हुई है। आयोग ने यह भी स्पष्ट किया है कि अगर एसपी अमनदीप स्वयं उपस्थित नहीं हो सकते तो उनकी ओर से बोलपुर के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, एसडीपीओ या इस मामले की जानकारी रखने वाला कोई अन्य अधिकारी आयोग के सामने उपस्थित हो सकता है।

उल्लेखनीय है कि अनुब्रत मंडल के खिलाफ बोलपुर थाना प्रभारी लिटन हालदार ने लिखित शिकायत दर्ज कराई थी। आयोग ने सवाल उठाए थे कि इतने गंभीर आरोप के बावजूद पुलिस ने अनुब्रत मंडल से पूछताछ क्यों नहीं की और उन्हें हिरासत में क्यों नहीं लिया गया।

इससे पहले बीरभूम के एसपी ने आयोग की समन प्रक्रिया के खिलाफ कलकत्ता हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था। हाई कोर्ट के न्यायमूर्ति तीर्थंकर घोष की पीठ ने निर्देश दिया था कि एसपी को 14 जुलाई को आयोग के समक्ष वर्चुअल उपस्थिति दर्ज करानी होगी और जांच से जुड़े सभी आवश्यक दस्तावेज़ आयोग को इलेक्ट्रॉनिक माध्यम से भेजने होंगे। कोर्ट ने यह भी कहा था कि इसके बाद आयोग कोई एक तिथि निर्धारित करेगा, जिस दिन एसपी द्वारा नामित अधिकारी आयोग के सामने उपस्थित होकर सभी प्रश्नों के उत्तर देंगे।

फिलहाल बीरभूम पुलिस या एसपी अमनदीप की ओर से इस मामले में कोई सार्वजनिक प्रतिक्रिया नहीं दी गई है।