नई दिल्ली, 23 जुलाई। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बुधवार को लोकसभा में कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में बिहार को रेलवे क्षेत्र में अभूतपूर्व विकास की सौगात मिली है। जहां 11 साल पहले बिहार को रेलवे बजट में मात्र 1,132 करोड़ रूपये की राशि मिलती थी, वहीं अब यह राशि बढ़कर 10,000 करोड़ रूपये हो गई है। यह बिहार के लिए मोदी सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।

रेल मंत्री ने कहा कि कई वर्षों से लंबित प्रोजेक्ट्स को एनडीए सरकार ने पूरा किया है। मुंगेर और पटना में नए ब्रिज बनाए गए हैं और कोसी ब्रिज, जिसे पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने मंजूरी दी थी, उसे अब मोदी सरकार ने पूरा किया है। उन्होंने जोर देकर कहा कि बिहार के साथ न्याय केवल एनडीए ही कर सकती है।

सीतामढ़ी-शिवहर रेल लाइन प्रोजेक्ट को लेकर उन्होंने बताया कि बागमती नदी पर जो पुल बनना है, उसका टेंडर हो चुका है। देकुली धाम को जोड़ने वाले इस महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट के लिए भूमि अधिग्रहण को लेकर 262 करोड़ रूपये की राशि जमा कर दी गयी है। इस परियोजना के लिए कुल 557 करोड़ रूपये स्वीकृत किए गए हैं और कार्य तेजी से आगे बढ़ रहा है।

रेल मंत्री ने बताया कि बिहार में अब तक 98 रेलवे स्टेशनों का पुनर्विकास किया जा रहा है। राज्य में आठ वंदे भारत ट्रेनें, पांच अमृत भारत ट्रेनें और एक नमो भारत ट्रेन चल रही हैं। इसके साथ ही 218 प्लेटफॉर्म और अंडरपास भी बनाए गए हैं। अमृत भारत ट्रेनें प्रधानमंत्री मोदी की विशेष पहल हैं, जिनमें गरीब से गरीब व्यक्ति को भी बेहतर सुविधाएं मिलती हैं। ये ट्रेनें अब बिहार के कई हिस्सों से दिल्ली और बेंगलुरु जैसे बड़े शहरों के लिए शुरू की गयी हैं।