कोलकाता, 15 फरवरी । पश्चिम बंगाल स्पेशल टास्क फोर्स ने दक्षिण 24 परगना के जीवनतला और उत्तर 24 परगना के मिनाखा थाना क्षेत्र में छापेमारी कर अवैध हथियारों के एक बड़े रैकेट का पर्दाफाश किया है। इस कार्रवाई में चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जिनमें कोलकाता की एक नामी हथियार-कारतूस की दुकान का एक कर्मचारी भी शामिल है।

गुप्त सूचना के आधार पर की गई इस छापेमारी में एसटीएफ को 190 जिंदा कारतूस, एक डबल बैरल गन और 12 बोर के नौ कारतूस मिले हैं। यह खुलासा हुआ है कि राज्य में विभिन्न शूटरों द्वारा इस्तेमाल किए जा रहे अवैध पिस्तौल और कारतूस लाइसेंसी दुकानों से निकले फैक्ट्री निर्मित कारतूसों से जुड़ रहे हैं।

गिरफ्तार आरोपितों के में आशिक इकबाल गाजी उर्फ बप्पा गाजी (40), थाना- हसनाबाद, हाजी रशीद मोल्ला (71).थाना- जीवंतला, दक्षिण 24 परगना, अब्दुल सलीम गाजी उर्फ बबलू (45), थाना- हसनाबाद, उत्तर 24 परगना तथा जयंत दत्ता (49), शुत्राघर, शांतिपुर, नदिया शामिल हैं।

गिरफ्तार आरोपितों से 190 जिंदा कारतूस (7.65 एमएम कैलिबर के), एक डबल बैरल गन (12 बोर की, इंडियन ऑर्डिनेंस फैक्ट्री निर्मित) और नौ जिंदा कारतूस (12 बोर के)बरामद किए गए हैं।

एसटीएफ के एसपी आईपीएस इंद्रजीत बसु ने शनिवार को इस मामले की जानकारी दी। इस संबंध में जीवनतला थाने में मामला दर्ज किया गया है, और चारों आरोपितों को कोर्ट में पेश कर पुलिस रिमांड की मांग की गई है।

एसटीएफ अब इस पूरे नेटवर्क की जांच कर रही है और यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि आखिर कोलकाता के लाइसेंसी दुकानों से निकले फैक्ट्री निर्मित कारतूस अपराधियों तक कैसे पहुंच रहे हैं।