कोलकाता, 30 अप्रैल । पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने  दीघा के नवनिर्मित श्रीजगन्नाथ मंदिर के बुधवार को होने वाले उद्घाटन समारोह में  विपक्ष के शीर्ष नेताओं को भी आमंत्रित किया है, जिसमें भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता दिलीप घोष, विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सुकांत मजूमदार, वाममोर्चा अध्यक्ष विमान बोस, वाम नेता रबींद्र देव और कांग्रेस नेता प्रदीप भट्टाचार्य शामिल हैं।

मुख्यमंत्री दोपहर में मंदिर का उद्घाटन करेंगी। इससे पहले मंगलवार शाम को उन्होंने स्वयं महायज्ञ में पूर्णाहुति दी और आरती भी की। सोमवार से ही मंदिर में विधिवत पूजा-पाठ, यज्ञ और धार्मिक अनुष्ठान शुरू हो चुके थे। मंगलवार को विश्वशांति के लिए विशेष महायज्ञ आयोजित किया गया जिसमें 100 क्विंटल आम व बेल की लकड़ी और दो क्विंटल घी अर्पित किया गया।

उद्घाटन समारोह की तैयारियों की निगरानी के लिए राज्य सरकार के पांच मंत्री – अरूप विश्वास, चंद्रिमा भट्टाचार्य, सुजीत बोस, पुलक राय और स्नेहाशीस चक्रवर्ती – मौके पर उपस्थित थे। राज्यभर से श्रद्धालु इस ऐतिहासिक क्षण के साक्षी बनने के लिए दिघा पहुंच रहे हैं। समारोह में समाज के विभिन्न क्षेत्रों की हस्तियां जैसे उद्योगपति, कलाकार और बुद्धिजीवी भी शामिल हो रहे हैं।

तृणमूल कांग्रेस के राज्य महासचिव कुणाल घोष ने कहा कि मुख्यमंत्री ने विपक्ष के नेताओं को आमंत्रित कर एक अद्भुत राजनीतिक शिष्टाचार का परिचय दिया है।

उन्होंने यह भी बताया कि जब मंदिर का निर्माण कार्य प्रारंभ हुआ था, तब शुभेंदु अधिकारी ममता बनर्जी के साथ थे और मंदिर के नक्शा विमोचन में भी उपस्थित रहे थे।

हालांकि, यह स्पष्ट नहीं है कि विमान बोस और रबींद्र देव जैसे वाम नेता समारोह में भाग लेंगे या नहीं। दिलीप घोष ने कहा है कि उनके दो कार्यक्रम हावड़ा के श्यामपुर में पहले से निर्धारित हैं, लेकिन वे कोशिश करेंगे कि वे दीघा पहुंच सकें। कुणाल घोष ने कहा कि यदि वे इस कार्यक्रम में नहीं आ सके, तो वे जल्द ही अपनी पत्नी के साथ मंदिर दर्शन के लिए आएंगे।