कोलकाता, 24 फरवरी। राज्य सरकार ने पश्चिम बंगाल के सरकारी अस्पतालों में कार्यरत जूनियर डॉक्टरों के वेतन में बढ़ोतरी करने का फैसला लिया है। सोमवार को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इस संबंध में घोषणा की। उन्होंने बताया कि इंटर्न से लेकर पोस्ट डॉक्टरेट ट्रेनी तक के वेतन में बढ़ोतरी की जाएगी।

वरिष्ठ रेजिडेंट डॉक्टरों का वेतन प्रति माह 15 हजार रुपये बढ़ाया जाएगा, जबकि अन्य श्रेणियों के जूनियर डॉक्टरों का वेतन 10 हजार रुपये तक बढ़ेगा।

मुख्यमंत्री ने कोलकाता के अलीपुर स्थित ‘धनधान्य’ सभागार में आयोजित डॉक्टरों के सम्मेलन में यह घोषणा की।

उन्होंने बताया कि डिप्लोमा धारक सीनियर रेजिडेंट, पोस्ट ग्रेजुएट सीनियर रेजिडेंट और पोस्ट डॉक्टरेट सीनियर रेजिडेंट डॉक्टरों का वेतन 15 हजार रुपये तक बढ़ाया जाएगा। वहीं, इंटर्न, हाउस स्टाफ, पोस्ट ग्रेजुएट ट्रेनी और पोस्ट डॉक्टरेट ट्रेनी डॉक्टरों के वेतन में 10 हजार रुपये की वृद्धि की जाएगी।

ममता बनर्जी ने बताया कि डिप्लोमा धारक सीनियर रेजिडेंट डॉक्टरों को अब 80 हजार रुपये मासिक वेतन मिलेगा, जो पहले 65 हजार रुपये था। पोस्ट ग्रेजुएट सीनियर रेजिडेंट डॉक्टरों का वेतन 70 हजार रुपये से बढ़ाकर 85 हजार रुपये किया जाएगा। वहीं, पोस्ट डॉक्टरेट सीनियर रेजिडेंट डॉक्टरों का वेतन अब 75 हजार रुपये से बढ़ाकर एक लाख रुपये कर दिया जाएगा।

मुख्यमंत्री ने सरकारी डॉक्टरों के लिए निजी प्रैक्टिस की सीमा भी बढ़ाने की घोषणा की। अब तक सरकारी डॉक्टरों को न्यूनतम आठ घंटे की सरकारी सेवा के बाद 20 किलोमीटर की दूरी तक ही निजी अस्पतालों में प्रैक्टिस करने की अनुमति थी। इस सीमा को अब बढ़ाकर 30 किलोमीटर कर दिया गया है। हालांकि, मुख्यमंत्री ने यह भी चेतावनी दी कि सरकारी अस्पताल में मरीजों की देखभाल में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।