वाशिंगटन, 20 नवंबर। अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन 81 वर्ष के हो गये हैं और उनकी उम्र देश के मतदाताओं के लिए एक बड़ी चिंता का विषय है।
उनका जन्मदिन इस तथ्य पर सुर्खियों में हैं कि अगर बाइडेन अगले साल दोबारा राष्ट्रपति निर्वाचित होते हैं तो वह अमेरिकी इतिहास में सबसे उम्रदराज राष्ट्रपति होंगे क्योंकि उनका कार्यकाल पूरा होने तक वह 86 वर्ष के हो जाएंगे।
दूसरी तरफ पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप, जिनसे अगले साल बाइडेन का सामना होने की संभावना है, इस तथ्य के बावजूद कि वह 77 वर्ष के हैं, अभी तक मतदाताओं के बीच उम्र को लेकर चिंता की वजह नहीं बने हैं।
मैरीलैंड विश्वविद्यालय में सरकार और राजनीति पढ़ाने वाले डेविड करोल ने कहा,“श्री बाइडेन ‘बहुत गलत नहीं कर रहे हैं’ लेकिन अपनी उम्र के साथ-साथ अर्थव्यवस्था जैसे अन्य मुद्दों पर धारणाओं को बदलने के लिए संघर्ष कर रहे हैं। वह स्पष्टवादी हैं, लेकिन लोगों की यही धारणा है।”
बाइडेन अगर दोबारा चुने जाते हैं, तो वह रिकॉर्ड-धारक रोनाल्ड रीगन की तुलना में पूरे नौ साल अधिक उम्र में पद छोड़ेंगे। इससे पहले रीगन ने 77 वर्ष की उम्र में पद छोड़ा था।
याहू के एक सर्वेक्षण के मुताबिक 54 प्रतिशत अमेरिकियों का कहना है कि बाइडेन के पास अब ‘राष्ट्रपति का काम करने की क्षमता’ नहीं है, जो 2020 के चुनाव से पहले 41 प्रतिशत थी। वहीं कुछ विश्लेषकों का कहना है कि श्री बाइडेन की उम्र मायने नहीं रखनी चाहिए।
शिकागो में इलिनोइस विश्वविद्यालय के दीर्घकालिक शोधकर्ता एस जे ओलशानस्की ने कहा, सामान्य तौर पर इस मुद्दे को अमेरिकी राजनीति में गलत तरीके से ‘हथियार’ दिया गया है। उम्र बढ़ने की बात अब पहले जैसी नहीं रही। जनसंख्या का बहुत बड़ा हिस्सा ऐसा है जो आठवें दशक तक जीवित रहने के बाद राष्ट्रपति बनने या जो चाहे करने में पूरी तरह सक्षम है।