भोपाल, 24 अक्टूबर। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में कर्फ्यू वाली माता मंदिर के सामने से कन्याभोज के बहाने अगवा की गईं दोनों बच्चियों को पुलिस ने ढूंढ निकाला है। उनका अपहरण हरियाणा के गिरोह ने किया था। पुलिस ने सोमवार रात कोलार क्षेत्र में इंग्लिश विला से बच्चियों को छुड़ा लिया। बच्चियों को अगवा करने वाले दंपत्ति सहित परिवार के चार लोगों को हिरासत में लिया गया है। दंपत्ति उन्हें बेचने की फिराक में थे। बच्चियों की पहचान छिपाने के लिए उनका मुंडन कर दिया था। पुलिस ने दोनों बच्चियों को चाइल्ड लाइन के सौंप दिया है। पूछताछ के बाद उन्हें परिजनों के हवाले किया जाएगा। मंगलवार को परिजन और पिता थाने में बेटियों से मिलने आए।
दरअसल, पुलिस ने बताया कि बच्चियों का पिता मुकेश आदिवासी कोहेफिजा थाने के पास बने ओवर ब्रिज के नीचे अस्थाई झोपड़ी बनाकर रहता है। वह मूलत: रतलाम का रहने वाला था। मुकेश की एक वर्षीय बेटी दीपावली और आठ वर्षीय बेटी काजल बीते शनिवार को सुबह 10 बजे के करीब अपनी मां के साथ पीरगेट स्थित कर्फ्यू वाली माता के मंदिर दर्शन करने गई थीं। तभी दो महिलाओं ने कन्याभोज के नाम पर दोनों बच्चियों को अगवा कर लिया। अपहरण करने वाली महिलाएं बच्चियों की मां को बहला फुसलाकर ले गई थीं। इसके बाद मां और पिता मुकेश आदिवासी की शिकायत पर कोतवाली पुलिस ने धारा 363 के तहत अज्ञात आरोपित के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया था।
इसके बाद से ही पुलिस की पांच टीमें सर्चिंग कर रही थी। वहीं संदिग्ध महिलाओं पर 30 हजार रुपये का इनाम भी घोषित किया गया था। पुलिस ने बच्चियों की तलाश में रेलवे स्टेशन और नागदा बस स्टैंट समेत उस रोड के करीब 200 से ज्यादा सीसीटीवी खंगाले थे। सीसीटीवी फुटेज में महिलाएं बच्चियों को ले जाते दिखाई दे रहीं थीं। इसके बाद पुलिस ने रात को इंग्लिश विला स्थित मकान में दबिश दी। यहां से पुलिस ने सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस अब इस पूरे मामले को मानव तस्करी से जोड़ कर देख रही है।
गिरफ्तार महिला का नाम अर्चना बताया जा रहा है, जो हरियाणा की रहने वाली है। पुलिस ने महिला के पति को भी गिरफ्तार किया है। उसका नाम निशांत है और वो केरल का रहने वाला है। वर्तमान में वह भोपाल में ही रह रहा था। इसके साथ ही पुलिस ने अपहरण में मदद करने वाले एक परिवार को भी हिरासत में लिया है। पुलिस ने एक कार और स्कूटी भी बरामद की है।
पुलिस ने बताया कि अपहरण करने वाली महिला ने बच्चियों को कोलार के इंग्लिश विला नाम की पॉश कॉलोनी में रखा था। उसने आठ दिन दिन पहले ही यह बंगाल किराए पर लिया था। पुलिस ने यहां से दो अन्य बच्चों को भी बरामद किया है। अपहरण करने वाली महिला ने पहचान छिपाने के लिए बच्चियों का मुंडन कर दिया था। बच्चों की निगरानी के लिए आरोपियों ने विदेशी कुत्ते पाल रखे थे। पुलिस अब आरोपितों से पूछताछ में जुटी है।