
कोलकाता, 01 मई । कर्मयोगी भंवरलाल मल्लावत सेवा केन्द्र ने ऐक्युप्रेशर पद्धति से सेवा कार्य के 25 वर्ष पूर्ण करने पर अपना रजत जयंती समारोह हर्षोल्लास के साथ मनाया।
प्रधान वक्ता एवं संस्था के उपाध्यक्ष महावीर बजाज ने बताया कि मनुष्य अपने संचित पुण्यों को जब समाज एवं राष्ट्र के कार्यों में उपयोग करता है तो वह सेवा कहलाती है। उन्होंने कहा कि संवेदना, सेवा भावना, सहयोग एवं समर्पण के आधार पर सेवा केन्द्र निरंतर गतिमान है और आगे भी अपना सेवा कार्य करता रहेगा।
कार्यक्रम के अध्यक्ष डॉ. अरुण कुमार उपाध्याय ने कहा कि जब लोग एक्युप्रेशर पद्धति का महत्व नहीं समझते थे, तब से यह केन्द्र सेवा कर रहा है, सराहनीय है। संस्था के अध्यक्ष रामगोपाल सूंघा ने सेवा केन्द्र की गतिविधियों पर प्रकाश डाला। अरुण प्रकाश मल्लावत ने कर्मयोगी भंवरलाल जी के जीवन पर प्रकाश डालते हुए धन्यवाद ज्ञापन किया।
प्रारंभ में दीप प्रज्जवलन के साथ गणेश जी महाराज एवं भंवरलाल जी के चित्रों पर पुष्पार्पण किया गया। सेवा केन्द्र में निरंतर सेवारत डॉ. सुरेश गुप्ता का पगड़ी पहनाकर सम्मान किया गया। संस्था के मंत्री डॉ. विजय हरभजनका ने अस्वस्थता के बावजूद समारोह में भाग लेने पर सबने खुशी जताई। अंत में पहलगाम में आंतकवादियों द्वारा जघन्य रूप से मारे गये पर्यटकों के प्रति मौन पालन कर श्रद्धांजलि अर्पित की गई।
कार्यक्रम की सफलता में सत्यनारायण मोरीजावाला, डॉ. शरतचन्द मंत्री, डॉ. प्रदीप अग्रवाल, डॉ. सुरेश गुप्ता, ब्राहृानन्द बंग, तेजबहादुर सिंह, सत्यप्रकाश राय, गोविन्द जैथलिया, पिन्टू ठाकुर, कैलाश ध्यावाला, बिमल कुमार मल्लावत, सीताराम अग्रवाल, अनिल कुमार मल्लावत, नीलांजन चटर्जी, गायत्री बजाज, डॉ. सुनीता राठी, गीता सिन्हा, लिपीका जैन, उषा पाण्डे, सरिता जयसवाल एवं उर्मिला ध्यावाला प्रभृति गणमान्य व्यक्ति सक्रिय थे।