कोलकाता, 20 जुलाई। बांग्लादेश में कोटा विरोधी छात्र आंदोलनों के कारण हालात बेहद गंभीर हैं, जिससे पूरे देश में अराजकता फैल गई है। इस संकटपूर्ण स्थिति को लेकर पश्चिम बंगाल की सरकार भी चिंतित है, क्योंकि बांग्लादेश में पश्चिम बंगाल के कई नागरिक और छात्र फंसे हुए हैं। राज्य प्रशासन ने इस स्थिति पर दिल्ली में गृह मंत्रालय से संपर्क किया है।
शनिवार को नवान्न (राज्य सचिवालय) की तरफ से दिल्ली स्थित रेजिडेंशियल कमिश्नर से संपर्क किया गया है। इसमें निर्देश दिया गया है कि बांग्लादेश में फंसे पश्चिम बंगाल के नागरिकों और छात्रों की स्थिति की पूरी जानकारी जुटाई जाए। गृह मंत्रालय के साथ समन्वय की जिम्मेदारी रेजिडेंशियल कमिश्नर को सौंपी गई है। नवान्न ने इस मामले में पूरी सतर्कता बरतने का आश्वासन दिया है और किसी भी आपात स्थिति में सहायता के लिए तैयार रहने की बात कही है।
उल्लेखनीय है कि बांग्लादेश की उथल-पुथल के चलते कई छात्र और नागरिक वापस लौटने लगे हैं। वे विभिन्न सीमाओं के जरिए पश्चिम बंगाल पहुंच रहे हैं। केवल बंगाल के छात्र ही नहीं, बल्कि नेपाल, भूटान और अन्य पड़ोसी देशों के नागरिक भी बांग्लादेश से लौटने के प्रयास में हैं। शनिवार से बांग्लादेश में कर्फ्यू लागू कर दिया गया है, जिससे लौटने की प्रक्रिया और भी जटिल हो गई है।