कोलकाता, 10 जुलाई। पश्चिम बंगाल में चार विधानसभा सीटों पर उपचुनाव के दौरान हिंसा की सबसे ज्यादा घटनाएं नदिया जिले के राणाघाट-दक्षिण विधानसभा क्षेत्र में हुई हैं।

राणाघाट-दक्षिण के पायराडांगा इलाके में तनाव बढ़ गया है। यहां सुबह-सुबह एक पोलिंग एजेंट समेत कई भाजपा कार्यकर्ताओं के घरों पर नकाबपोशों द्वारा हमला और तोड़फोड़ किए जाने  की शिकायतें मिली हैं। भाजपा की मतदान एजेंट श्रावंती डे के घर पर तोड़फोड़ की गई। उन्होंने पत्रकारों को बताया कि करीब 35 बदमाश सुबह-सुबह उनके घर पहुंचे और उन्हें धमकाते हुए वोटिंग के दौरान घर पर रहने को कहा।
उन्होंने आगे कहा कि मैंने इस मामले में भारतीय निर्वाचन आयोग का ध्यान आकर्षित किया है।

मेरा घर ही एकमात्र ऐसा घर नहीं था, जिसमें तोड़फोड़ की गई। इलाके के कई भाजपा समर्थकों को उपद्रवियों से इसी तरह की धमकियों का सामना करना पड़ा है। सभी उपद्रवियों को सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस का समर्थन प्राप्त है।
नदिया जिला पुलिस ने दावा किया है कि मामले की गंभीरता से जांच की जा रही है। इस सिलसिले में 26 लोगों को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है। हालांकि, राणाघाट-दक्षिण निर्वाचन क्षेत्र से तृणमूल कांग्रेस के उम्मीदवार डॉ. मुकुट मणि अधिकारी ने आरोपों से इनकार किया है।
उन्होंने आगे कहा कि मैं सुबह से एक जगह से दूसरी जगह जा रहा हूं। मुझे ऐसी किसी शिकायत की जानकारी नहीं है। मतदान हर जगह शांतिपूर्ण तरीके से चल रहा है। बल्कि, मैंने जो सुना है वह यह है कि भाजपा के समर्थन में कुछ बदमाश कुछ इलाकों में वोटरों को डराने का प्रयास कर रहे हैं।
सीईओ कार्यालय के अंदरूनी सूत्रों ने बताया कि भारतीय निर्वाचन आयोग  ने इस मामले पर विस्तृत रिपोर्ट मांगी है।