कोलकाता, 27 मई। ‘ऑपरेशन सिंदूर’ पर अब पश्चिम बंगाल विधानसभा में भी आधिकारिक चर्चा होगी। विधानसभा अध्यक्ष बिमान बनर्जी ने सोमवार को बताया कि नौ जून से शुरू हो रहे सत्र में इस सैन्य कार्रवाई को लेकर प्रस्ताव लाया जाएगा। यह सत्र करीब दो सप्ताह तक चलेगा। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पहले ही इस मुद्दे पर संसद में चर्चा की मांग कर चुकी हैं।

बिमान बनर्जी ने कहा कि सेना के सम्मान में ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को लेकर प्रस्ताव लाया जा रहा है। यह प्रस्ताव सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस की ओर से आएगा और अगर पार्टी ने पहल नहीं की, तो वे स्वयं अपने विशेषाधिकार का उपयोग कर इसे सदन में प्रस्तुत करेंगे।

राजनीतिक हलकों में इसे लेकर यह चर्चा है कि राष्ट्रवाद के मुद्दे पर भारतीय जनता पार्टी को टक्कर देने के लिए तृणमूल कांग्रेस कोई कसर नहीं छोड़ना चाहती। हाल के दिनों में तृणमूल की ओर से कई रैलियों, सभाओं और अभियानों में राष्ट्रवादी भावना को उभारा गया है। अब उसे विधानसभा में भी पेश करने की तैयारी है।

विधानसभा अध्यक्ष विमान बनर्जी ने कहा, “अगर विपक्ष मुर्शिदाबाद हिंसा पर प्रस्ताव लाए, उसके बाद निर्णय लिया जाएगा। अक्सर वे छोटे-छोटे मुद्दों पर प्रस्ताव लाते हैं, चर्चा चाहते हैं और फिर मुख्यमंत्री के भाषण के दौरान वॉकआउट कर जाते हैं।”

उल्लेखनीय है कि 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में लश्कर समर्थित आतंकी संगठन के चार आतंकियों ने 26 निहत्थे लोगों की हत्या कर दी थी। इसमें एक स्थानीय कश्मीरी आतंकी ने उन्हें मार्ग दिखाया था। इस वीभत्स हमले के जवाब में भारतीय सेना ने सात मई की रात ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को अंजाम दिया।

भारतीय सेना ने पाकिस्तान और पाकिस्तान-अधिकृत कश्मीर में स्थित कुल नौ आतंकी ठिकानों को पूरी तरह तबाह कर दिया। इसके बाद पाकिस्तान ने भी भारत के सीमावर्ती क्षेत्रों में हमला करने की कोशिश की, लेकिन भारतीय सुरक्षा बलों ने उसे नाकाम कर दिया और जवाबी कार्रवाई में पाकिस्तानी वायुसेना के कई ठिकानों को भी निशाना बनाया।

सूत्रों के अनुसार, इस सैन्य कार्रवाई में सौ से अधिक आतंकी और करीब 35-40 पाकिस्तानी सैनिक मारे गए। अंततः पाकिस्तान ने भारत से संघर्षविराम की अपील की, जिसे नई दिल्ली ने मान लिया। विधानसभा में इस सफल सैन्य अभियान पर प्रस्ताव लाकर भारतीय सेना के शौर्य को सम्मान देने की तैयारी की जा रही है।