उत्तराखंड में पहले से मजबूत भाजपा को मिली मोदी की सभा से और ऊर्जा

देहरादून, 11 अप्रैल । इसे भाजपा के वरिष्ठ नेता और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के करिश्माई व्यक्तित्व का जादू ही कहेंगे कि ऋषिकेश के आईडीपीएल मैदान में उन्हें सुनने के लिए गुरुवार को लोग खिंचे चले आए। यहां पर भारी भीड़ जुटी, भाजपा और उसके उम्मीदवारों की मुराद पूरी हो गई। कभी हुड़के पर थाप देकर, तो कभी धारी, चंद्रबदनी और ज्वालपा देवी का खास जिक्र कर मोदी ने देवभूमि की भावनाओं को अंदर तक छू लिया। चिर परिचित अंदाज में देशव्यापी और स्थानीय, सभी तरह के मुद्दों पर मोदी बोलते गए और लोगों के बीच माहौल बनता चला गया।

मोदी की यह रैली खास तौर पर हरिद्वार, टिहरी और पौड़ी गढ़वाल लोकसभा सीट के वोटरों तक संदेश पहुंचाने के लिए थी। इन लोकसभा क्षेत्रों से जो आईडीपीएल मैदान ऋषिकेश तक पहुंचने में सफल रहे। उनसे तो मोदी सीधे मुखातिब हुए, मगर उनके जेहन में ये बात भी अच्छे से थी कि वोटरों की बहुत बड़ी संख्या पहाड़ में है। उन तक संदेश पहुंचाने के लिए भी मोदी ने एक अनूठा अंदाज अपनाया। उन्होंने उपस्थित जनसमूह से घर-घर जाकर उनकी राम राम लोगों तक पहुंचाने का अनुरोध किया। देवभूमि में सभा थी, तो राम मंदिर का जिक्र अपरिहार्य सा था। लगे हाथ, कांग्रेस को आडे़ हाथों भी लिया। विरासत और विकास की बात समान रूप से की। साथ ही, पंचकमल उन्हें देने को कहा। पंचकमल यानी उत्तराखंड की पांचों लोकसभा सीटें।

मोदी के मंच पर आज सभी दिखाई दिए। पूर्व मुख्यमंत्री डा. रमेश पोखरियाल और तीरथ सिंह रावत भी। संदेश ये ही दिया गया कि सिर्फ कमल की जीत ही सर्वोच्च प्राथमिकता है। राज्य की पुष्कर सिंह धामी सरकार की तारीफ करने के पीछे भी मोदी का यही मकसद रहा कि पार्टी कार्यकर्ताओं का मनोबल ऊंचा रहे और पार्टी का प्रदर्शन चुनावी स्कोर बोर्ड पर वो ही नजर आए, जो पिछले दस सालों से नजर आ रहा है। यानी पांच-शून्य। भाजपा इस बात से भी खुश है कि प्रमुख विरोधी दल कांग्रेस के किसी बडे़ नेता की उत्तराखंड में अभी तक एक भी सभा नहीं हो पाई है, जबकि मतदान के लिए बहुत कम समय बचा है। प्रियंका गांधी की सभा जरूर 13 अप्रैल को उत्तराखंड के दो स्थानों पर प्रस्तावित की गई है। पार्टी के देरी से उठ रहे कदमों के बीच ये सभा कार्यकर्ताओं का मनोबल कितना बढ़ा पाएगी, ये देखने वाली बात होगी। मगर उत्तराखंड में मोदी की दो-दो सभाओं के बाद भाजपा का हौसला सातवें आसमान पर है।