रांची, 4 जून । विकसित कृषि संकल्प अभियान के तहत बिरसा कृषि विश्वविद्यालय राज्य के किसानों को नई कृषि तकनीक से अवगत कराने और राज्य एवं केंद्र सरकार की योजनाओं के प्रति जागरूक करने के लिए व्यापक अभियान चला रहा है।  बीएयू के कुलपति डॉ एससी दुबे ने बुधवार को बताया कि 29 मई से शुरू हुआ यह अभियान 12 जून तक चलेगा।

उन्होंने बताया कि बीएयू के नियंत्रणाधीन राज्य के 16 जिलों में स्थित कृषि विज्ञान केन्द्रों के नेतृत्व में 29 मई से तीन जून तक इन जिलों के 646 गांवों में 63,207 किसानों के साथ सीधा संवाद स्थापित किया गया।

अभियान के तहत खरीफ मौसम की मुख्य फसलों धान, मक्का, मोटे अनाज (श्री अन्न), अरहर, उड़द, मूँग, सोयाबीन, मूंगफली, तिल, सरगुजा की खेती की उन्नत तकनीक, मिट्टी जांच का महत्व और मिट्टी जांच के आधार पर पोषक तत्वों का व्यवहार, फसल सुरक्षा के उपाय, फल पर जानकारी दी गयी।

इसके अलावा केन्द्र और झारखंड सरकार की कृषि से संबंधित योजनाओं प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना, पारम्परिक कृषि विकास योजना, कृषि यंत्रीकरण उप-मिशन, कृषि विस्तार पर उप मिशन, किसान क्रेडिट कार्ड, मिलेट मिशन योजना, प्रधानमंत्री कुसुम योजना, राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मिशन, झारखंड किसान समृद्धि योजना, बिरसा बीज उत्पादन एवं फल विस्तार योजना, झारखंड कृषि ऋण माफी योजना की भी जानकारी दी। किसानों से इन योजनाओं से जुड़कर लाभ उठाने का आह्वान किया गया।

कुलपति डॉ दुबे ने बताया कि अभियान के तहत 16 जिलों में 36 टीमों का गठन किया गया है। इनमें बिरसा कृषि विश्वविद्यालय के कृषि विज्ञान केन्द्रों के 56 वैज्ञानिक, विश्वविद्यालय के मुख्यालय, महाविद्यालयों और क्षेत्रीय अनुसंधान केन्द्रों से 24 वैज्ञानिक, झारखंड में स्थित भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के विभिन्न संस्थानों से 29 वैज्ञानिक एवं राज्य सरकार के कृषि विभाग एवं संबन्धित विभागों के जिला एवं प्रखण्ड स्तर के 78 पदाधिकारी शामिल हैं।

प्रत्येक टीम प्रतिदिन तीन गांवों में कार्यक्रम आयोजित कर रही है। विश्वविद्यालय स्तर पर निदेशक प्रसार शिक्षा डॉ रेखा सिन्हा और नोडल पदाधिकारी डॉ बीके अग्रवाल प्रतिदिन इस अभियान की प्रगति की माॉनिटरिंग कर रहे हैं। यह अभियान 12 जून तक चलेगा।