बहराइच, 17 अक्टूबर । उत्तर प्रदेश के बहराइच जिले के महाराजगंज में रविवार को हुई रामगोपाल मिश्रा की हत्या के आरोप में फरार चल रहे दो आरोपितों की गुरुवार दोपहर पुलिस के साथ मुठभेड़ हो गई। मुठभेड़ के दौरान गोलीबारी में दोनों आरोपित घायल हो गए, जिन्हें गंभीरावस्था में बहराइच जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इनकी पहचान मुख्य आरोपित रिंकू उर्फ सरफराज और तालिब के रूप में हुई है। सरफराज मुख्य आरोपित अब्दुल हमीद का बेटा है और ये भी आरोपित है।

पुलिस के अनुसार नानपारा कोतवाली के बाईपास पर हुई मुठभेड़ के दौरान सरफराज और तालिब के पैरों में गोली लगी है। इन्हें उपचार के लिए नानपारा सीएचसी में ले जाया गया, जहां प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें बहराइच जिला चिकित्सालय के लिए रेफर कर दिया गया। जहां उन्हें भर्ती कर उपचार शुरू कर दिया गया है।

सीएचसी में ड्यूटी पर तैनात डॉक्टर ने बताया कि सरफराज और तालिब को अपराह्न 2.35 बजे घायलावस्था में यहां लाया गया। एक आरोपित के बाएं और दूसरे के दाएं पैर में गोली लगी थी। फिलहाल गोली अंदर ही फंसी हुई है। उनकी गंभीर हालत के देखते हुए उन्हें आगे के उपचार के लिए बहराइच जिला अस्पताल भेजा गया है।

यूपी एसटीएफ प्रमुख अमिताभ यश ने कहा, “थोड़ी देर के लिए गोलीबारी हुई, जिसमें सरफराज और मोहम्मद तालिब घायल हो गए हैं। मामले में मुख्य आरोपित समेत कुल पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया है।”

बहराइच में जिस मकान मालिक अब्दुल हमीद पर राम गोपाल मिश्रा पर गोली चलाने का आरोप है, उसकी बेटी रुखसार ने आरोप लगाया है कि बुधवार को चार बजे उसके पिता अब्दुल हमीद, उसके दो भाई सरफराज, फहीम और उनके साथ एक अन्य युवक को यूपी एसटीएफ ने उठाया था। उसके पति और देवर पहले ही पुलिस हिरासत में थे। किसी भी थाने से उनके बारे में कोई जानकारी नहीं मिल पा रही है। रुखसार ने इनके एनकाउंटर किये जाने की आशंका जताते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से अपने परिजनों की सुरक्षा की अपील की थी।

ज्ञातव्य है कि बहराइच के महाराजगंज में रविवार शाम को दुर्गा प्रतिमा विसर्जन के दौरान हुए बवाल में राम गोपाल मिश्रा नाम के युवक की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इसके बाद आक्रोशित भीड़ ने जिले में जमकर उत्पात मचाया। मंगलवार और बुधवार को जिले में तनावपूर्ण शांति रही। गुरुवार को महाराजगंज इलाके में भी इंटरनेट बहाल कर दिया गया।

उधर, मृतक युवक के परिजनों ने दो दिन पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात कर दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की थी।