– बच्चों की दादी बोली, फरार आरोपित का भी होना चाहिए एनकाउंटर

– शांति व्यवस्था कायम रखने के लिए पुलिस तैनात, अधिकारियों ने किया पैदल गश्त

बदायूं, 20 मार्च । जनपद के सिविल लाइन थाना क्षेत्र में हुई दो भाईयों की हत्या के बाद दोनों के शव पोस्टमार्टम के बाद परिजन अंतिम संस्कार के लिए कछला के लिए रवाना हो गए हैं। हत्या के आरोपी दूसरे समुदाय के होने की वजह से हिन्दू सगठनों में रोष व्याप्त है। संगठनों ने धरना प्रदर्शन करते हुए आरोपित के खिलाफ कठोर कार्रवाई के लिए ज्ञापन सौंपा है।

हालांकि पुलिस ने एक आरोपित साजिद को देर रात ही एनकाउंटर में मार गिराया था जबकि उसके भाई जावेद की तलाश में टीमें दबिश दे रही है। आरोपितों के पिता और चाचा को भी हिरासत में लिया गया है।

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आलोक प्रियदर्शी ने बुधवार को बताया कि बच्चों के पिता विनोद की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। इसमें बताया गया कि साजिद और जावेद मंगलवार की शाम को मेरे घर पर आये थे। उस वक्त मैं घर के बाहर और पत्नी संगीता, मां मुन्नी देवी तीनों बेटे आयुष (13), पीयूष (09) और आहान थे। जावेद घर के बाहर मोटर साइकिल लेकर खड़ा था और साजिद घर के अंदर गया। उसने पत्नी को बताया कि उसकी पत्नी को डिलीवरी होने वाली है और उसे पांच हजार रुपये की सख्त जरूरत है। इसी बीच वह पैसा लेने चली गई। इस दौरान साजिद ने आयुष को पानी लाने को कहा और पीयूष को लेकर छत पर चला गया। साजिद ने जावेद को भी बुला लिया और आहान को लेकर भी चले गये।

छूरी से दोनों बेटों की हत्या करके जब दोनों भाई नीचे उतर रहे थे तो संगीता ने खून से सनी छूरी देखी तो चीखने चिल्लाने लगी। शोर सुनकर परिजन बेटा पीयूष आया तो उस पर भी आरोपितों ने हमला कर दिया, जिसमें उसके चोट लगी है। फरार आरोपितों में साजिद को पुलिस ने एनकाउंटर में मार गिराया जबकि उसके भाई की तलाश की जा रही है। पीड़ित विनोद ने बताया कि उनकी आरोपितों से कोई दुश्मनी नहीं थी।

इधर दोनों बच्चों की निर्मम हत्या का मामले में हिन्दू संगठनों ने इंद्राचौक में धरना प्रदर्शन किया है। ज्ञापन देने के बाद पुलिस ने सभी लोगों को समझाया। वहीं, आरोपित की मां ने कहा है कि बेटे ने जैसी हरकत की है उन्हें वैसी ही सजा मिली है। ऐसा करने वालों के साथ कठोर कार्रवाई होनी चाहिए।