नई दिल्ली, 12 सितंबर । आयुष मंत्रालय ने कार्यस्थल पर साफ-सफाई में सुधार करने एवं इसे बेहतर बनाए रखने के उद्देश्य से विशेष अभियान 3.0 की उपलब्धियों में महत्वपूर्ण प्रगति की है। इस राष्ट्रव्यापी पहल की तैयारी के तहत नवंबर, 2023 से अगस्त 2024 तक आयुष मंत्रालय ने लंबित विभिन्न मुद्दों की पहचान कर उनका निपटारा किया। इसमें सांसदों के 33 संदर्भ, 18 संसदीय आश्वासन, 1346 जन शिकायतें, 187 जन शिकायत अपीलें, 765 फाइल प्रबंधन कार्य और 11 स्वच्छता अभियानों को शामिल किया गया।

इस पहल का उद्देश्य कार्य स्थल पर कार्य करने के माहौल को बेहतर बनाना और उसके समग्र अनुभव में सुधार करना तथा संदर्भ शिकायतों का प्रभावी तरीके से निस्तारण करना शामिल है। इस अभियान का उद्देश्य मंत्रालय के कार्यालयों में उपयोग में नहीं आने वाली वस्तुओं को हटाने, अव्यवस्था को दूर करने और स्वच्छता बनाए रखने पर जोर देना है। इन पहल का उद्देश्य कार्य स्थल पर बेहतर माहौल बनाने और कर्मचारी उत्पादकता को बढ़ावा देना है।

विशेष अभियान-4 के लिए तैयारी कर रहे आयुष मंत्रालय ने स्वच्छ एवं कचरा मुक्त भारत के लक्ष्य को बढ़ावा देने की अपनी प्रतिबद्धता के तहत अपने सभी अधिकारियों को इस आशय का संकल्प दिलाया है। सचिव वैद्य राजेश कोटेचा ने इस अभियान के दौरान लक्ष्यों के सफलतापूर्वक क्रियान्वयन के लिए वरिष्ठ अधिकारियों से इस आशय का आग्रह किया है। इस कार्य की दैनिक प्रगति की निगरानी के लिए एक समर्पित टीम को जिम्मेदारी दी गई है। विभिन्न संस्थानों, संगठनों एवं परिषदों ने अपने परिसरों एवं अन्य सार्वजनिक स्थलों जैसे- बस अड्डे, हर्बल उद्यानों एवं जल निकायों में स्वच्छता प्रयासों को पूरा किया है। इस पहल के तहत आयुष समुदाय के वरिष्ठ अधिकारियों एवं सदस्यों ने आयुष भवन एवं उसके आस-पास स्वच्छता अभियान में हिस्सा‍ लिया है। स्वच्छता अभियान की तरह ही आयुष मंत्रालय ने सभी शोध परिषदों एवं राष्ट्रीय संस्थानों को इस राष्ट्रव्यापी अभियान में सक्रिय सहभागिता के लिए निर्देश दिया है।