
वाशिंगटन, 25 जून । भारतीय वायुसेना के ग्रुप कैप्टन और अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला इतिहास रचने को तैयार हैं। फ्लोरिडा में नासा के कैनेडी स्पेस सेंटर से आज सुबह 2:31 बजे ईडीटी (12:01 बजे आईएसटी) उड़ान भरने वाला एक्सिओम मिशन-4 स्पेसएक्स के ड्रैगन अंतरिक्ष यान में चार अंतरिक्ष यात्रियों को ले जाएगा। इसे फाल्कन 9 रॉकेट द्वारा कक्षा में प्रक्षेपित किया जाएगा।
अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (आईएसएस) के लिए ऐतिहासिक निजी अंतरिक्ष उड़ान एक्सिओम मिशन-4 की लांचिंग आज कैनेडी स्पेस सेंटर से होनी है।नासा और स्पेसएक्स के सहयोग से एक्सिओम स्पेस ने इस मिशन को तैयार किया है। इसमें कई देशों के अंतरराष्ट्रीय क्रू मेंबर शामिल हैं। यह कमर्शियल और वैश्विक अंतरिक्ष एक्सप्लोरेशन में एक बड़ा कदम है। भारत के लिहाज से खास बात ये है कि इसमें भारतीय अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला भी रवाना हो रहे हैं। किसी भी भारतीय एस्ट्रोनॉट की आईएसएस के लिए ये पहली उड़ान होगी। इस पर पूरे देश की नजरें टिकी हुई हैं।
स्पेसएक्स के लाइव प्रसारण के अनुसार, सुबह 2:31 बजे उड़ान भरने वाला यह मिशन स्पेसएक्स के ड्रैगन अंतरिक्ष यान में चार अंतरिक्ष यात्रियों को ले जाएगा। इसे फाल्कन 9 रॉकेट से कक्षा में प्रक्षेपित किया जाएगा। आईएसएस के साथ डॉकिंग 26 जून को लगभग 7:00 बजे होने की उम्मीद है। स्पेसएक्स के अनुसार, लॉन्च के लिए सभी सिस्टम अच्छे दिख रहे हैं और लिफ्टऑफ के लिए मौसम 90 प्रतिशत अनुकूल है।
चालक दल में इसरो का प्रतिनिधित्व करने वाले शुभांशु शुक्ला मिशन के पायलट के रूप में काम करेंगे। उनके साथ अनुभवी नासा अंतरिक्ष यात्री पैगी व्हिटसन, पोलैंड से ईएसए अंतरिक्ष यात्री स्लावोज उज्नान्स्की-विस्नीव्स्की और हंगरी से टिबोर कापू भी शामिल हैं। भारत, हंगरी और पोलैंड के लिए, यह मिशन लंबे अंतराल के बाद मानव अंतरिक्ष यान की वापसी का प्रतीक है।
उल्लेखनीय है कि भारतीय वायुसेना के ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला अंतरिक्ष में जाने वाले दूसरे भारतीय होंगे। इससे पहले साल 1984 में अंतरिक्ष यात्री राकेश शर्मा ने अंतरिक्ष की यात्रा की थी। राकेश शर्मा ने अंतरिक्ष से कहा था, ”सारे जहां से अच्छा हिंदुस्ता हमारा। ”