कोलकाता, 16 मई । ऑपरेशन सिंदूर को लेकर पार्टी नेता सौगत रॉय की टिप्पणी से उपजे विवाद के बाद तृणमूल कांग्रेस ने अपने सभी नेताओं को सख्त हिदायत दी है कि वे इस मुद्दे पर कोई भी सार्वजनिक बयान न दें। पार्टी ने साफ कहा है कि ऐसा कोई भी बयान राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़े इस संवेदनशील मसले पर पार्टी की छवि को नुकसान पहुंचा सकता है।

पार्टी की ओर से यह निर्देश ऐसे समय पर आया है जब सौगत रॉय ने एक टीवी इंटरव्यू में ऑपरेशन सिंदूर को लेकर हल्की टिप्पणी की है। उन्होंने कहा कि इस ऑपरेशन में विमान, मिसाइल और ड्रोन इधर-उधर घूमते नजर आए और पूरी कार्रवाई ‘हास्यास्पद’ लगी। इतना ही नहीं, उन्होंने यह भी सवाल उठाया कि आखिर पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में कौन-कौन से आतंकी ठिकाने निशाना बनाए गए।

एक वरिष्ठ कैबिनेट मंत्री ने नाम न बताने की शर्त पर कहा कि इस तरह की गैरजिम्मेदार टिप्पणियां एक वरिष्ठ और अनुभवी नेता से कतई उम्मीद नहीं की जातीं। जबकि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी खुद इस मामले पर कोई बयान देने से बच रही हैं, ऐसे में सभी नेताओं को उसी मार्गदर्शन का पालन करना चाहिए।

उन्होंने यह भी जोड़ा कि इससे पहले रॉय ने भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान रोहित शर्मा को लेकर भी एक विवादित बयान दिया था, लेकिन वह मामला किसी तरह संभाल लिया गया। लेकिन ऑपरेशन सिंदूर पर उनकी टिप्पणी ने पार्टी को गहरे असहज स्थिति में डाल दिया है।

पार्टी ने अपने आधिकारिक बयान में भी रॉय की बातों से किनारा कर लिया है। तृणमूल कांग्रेस ने स्पष्ट किया कि प्रो. सौगत रॉय द्वारा दिया गया बयान तृणमूल कांग्रेस का आधिकारिक मत नहीं है।

गौरतलब है कि इससे पहले वर्ष 2019 में भी मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बालाकोट एयरस्ट्राइक के बाद केंद्र सरकार से सबूत मांगे थे, जिससे पार्टी को उस समय आलोचनाओं का सामना करना पड़ा था। संभवतः उसी अनुभव को ध्यान में रखते हुए मुख्यमंत्री इस बार बेहद सतर्कता बरत रही हैं और इस मुद्दे पर कोई भी बयान देने से परहेज कर रही हैं।