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कोलकाता, 13 फरवरी। महानगर कोलकाता के नेताजी सुभाष चंद्र बोस अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर बुधवार को ऑटोमेटेड वेदर ऑब्जर्विंग सिस्टम (एडब्ल्यूओएस) का उद्घाटन किया गया। यह प्रणाली हवाई अड्डे पर मौसम से जुड़े विभिन्न कारकों की निगरानी को अधिक सटीक और प्रभावी बनाएगी, जिससे उड़ानों का संचालन और सुरक्षित होगा।
मौसम संबंधी इस अत्याधुनिक प्रणाली की स्थापना मौसम निगरानी कार्यालय और भारत मौसम विज्ञान विभाग ने मिलकर की है। इस सिस्टम की मदद से हवाई अड्डे का संचालन करने वाले भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण को मौसम की सटीक जानकारी मिलेगी, जिससे हवाई यातायात की योजना और संचालन बेहतर ढंग से किया जा सकेगा।
एडब्ल्यूओएस के तहत छह मौसम पार्कों में विशेष सेंसर लगाए गए हैं, जो तापमान, हवा की गति और दिशा, नमी, रनवे दृश्यता और बादलों की ऊंचाई जैसी मौसम संबंधी सभी आवश्यक जानकारियों को स्वचालित रूप से एकत्र करेंगे। ये आंकड़े रीयल-टाइम में केंद्रीय प्रणाली को भेजे जाएंगे, जहां इन्हें एक समग्र प्रारूप में प्रोसेस किया जाएगा।
कोलकाता हवाई अड्डे के मौसम निगरानी कार्यालय के निदेशक डॉ. गणेश कुमार दास ने बताया कि पहले अलग-अलग पैरामीटर के लिए अलग-अलग सेंसर लगाए गए थे, जिससे डाटा को समन्वित करना मुश्किल होता था। अब नई प्रणाली में सभी जानकारियां एक ही स्क्रीन पर उपलब्ध होंगी और इन्हें आवश्यकतानुसार अनुकूलित भी किया जा सकता है।
यह नई प्रणाली कोलकाता के अलावा गुवाहाटी, लखनऊ, पटना, बनारस और जयपुर हवाई अड्डों पर भी स्थापित की जा चुकी है और भविष्य में इसे अन्य प्रमुख हवाई अड्डों पर भी लागू किया जाएगा।
कोलकाता क्षेत्रीय मौसम केंद्र के प्रमुख डॉ. सोमेनाथ दत्ता ने कहा कि यात्रियों की सुरक्षा हमारी पहली प्राथमिकता है और उसी के मुताबिक हम लगातार तकनीक के साथ कदमताल कर रहे हैं।